
एमओआईसी को कार्याें में सुधार लाने के दिए निर्देश
बदायूं। जिलाधिकारी अवनीश राय ने जिला स्वास्थ्य समिति निकाय की बैठक की अध्यक्षता करते हुए संस्थागत प्रसव, जननी सुरक्षा योजना, महिला नसबंदी, कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन, आभा आईडी की लक्ष्य के सापेक्ष धीमी प्रगति पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए इसमें सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी एमओआईसी को निर्देश दिए कि वह आशा व एएनएम के कार्यों की नियमित समीक्षा करें। ब्लॉक म्याऊं व बिल्सी की प्रगति काफी बिंदुओं पर खराब होने पर डीएम ने संबंधित एमओआईसी को इसमें सुधार लाने के फटकार लगाई।
शुक्रवार को कलेक्ट्रेट स्थित अटल बिहारी वाजपेयी सभागार में आहूत बैठक में 01 से 20 अप्रैल तक जनपद के सरकारी व निजी अस्पतालों में लक्ष्य 9813 के सापेक्ष सरकारी अस्पतालों में 2397 व निजी अस्पतालों 1591 कुल 3988 प्रसव हुए हैं, जोकि 40.64 प्रतिशत उपलब्धि है। डीएम ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित किया कि वह इसकी स्वयं मॉनिटरिंग करें तथा खराब प्रगति वाली आशा व एएनएम पर कार्रवाई करें। उन्होंने सभी एमओआईसी से भी नियमित समीक्षा करने के निर्देश दिए।
डीएम ने जननी सुरक्षा योजना अन्तर्गत मंत्रा ऐप पर दर्शायी गई। 4505 डिलीवरी में से मात्र 641 को अनुमन्य धनराशि दिए जाने पर नाराज़गी व्यक्त करते हुए सभी लाभार्थियों को अनुमन्य धनराशि तत्काल देने के निर्देश दिए। मातृ स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत अप्रैल में गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण में उपलब्धि 90.83 प्रतिशत है वही परिवार नियोजन कार्यक्रम अंतर्गत अप्रैल में महिला नसबंदी के लक्ष्य 2981 के सापेक्ष मात्र 09 नसबंदियां हुई हैं जो कि लक्ष्य के सापेक्ष उपलब्धि 3.02 प्रतिशत है। डीएम ने इसमें सुधार लाने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने जिला पुरुष अस्पताल में संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र के कार्यों की समीक्षा करते हुए पाया कि वर्तमान में वहां 12 बेड है। उन्होंने कहा कि हर महीने कम से कम 24 कुपोषित बच्चों का वहां अच्छी प्रकार से इलाज हो ताकि वह स्वस्थ होकर एक अच्छा जीवन व्यतीत कर सकें।

डीएम ने राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अंतर्गत स्कूलों में टीम के दौरे के दिन कम से कम 90 प्रतिशत बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए कहा। उन्होंने ई-कवच पर 22 मई तक 05 वर्ष से कम उम्र के 416 बच्चों की स्क्रीनिंग में से 72 का सैम बच्चों में चिन्हांकन होने पर कार्याे को ठीक प्रकार से करते हुए उसमें सुधार लाने के निर्देश दिए।
डीएम ने आभा आईडी में लक्ष्य के सापेक्ष उपलब्धि 44.42 प्रतिशत होने पर इसमें सुधार लाने के निर्देश दिए। उन्होंने जनपद के 02 जिला अस्पताल, 16 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 51 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र व 257 आयुष्मान आरोग्य मंदिर (एएएम) जो की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी के साथ संचालित हैं, उनमें से मात्र 04 एएएम में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) प्रमाण पत्र प्राप्त होेने पर निर्देशित किया कि एनक्यूएएस के निर्धारित मानकों के अनुरूप कार्य करते हुए प्रमाण पत्र प्राप्त किया जाए।
जिलाधिकारी ने नियमित टीकाकरण को ठीक प्रकार से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ड्यू लिस्ट को तैयार रखें तथा टीकाकरण का नियमित सुपरविजन भी संबंधित अधिकारी व चिकित्सक करें। उन्होंने कहा कि पूर्ण टीकाकरण हुए बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी की जाए।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रामेश्वर मिश्रा सहित अन्य अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी व सभी एमओआईसी आदि मौजूद रहे।






