forced to live a miserable life waiting for development
उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन भले ही प्रदेश में विकास को लेकर बड़े बड़े दावे करते दिखाई देते हो लेकिन उनके दावे सिर्फ कागजों पर ही नजर आते है जबकि ज़मीन पर उन दावों की सच्चाई कुछ और ही हकीकत बया करती हैं।
विकास की सच्चाई जानने के लिए cnn की टीम जिला मुरादाबाद के डिलारी क्षेत्र के ग्राम मिलक मेवाती पहुँची तो वहाँ की तस्वीर प्रदेश सरकार के दावों से विपरीत दिखाई दी
गांव को जोड़ने वाली मुख्य सड़क पर पानी भरा हुआ होने के कारण सड़क दलदल में बदल गयी थी जिसके कारण गांव वालों को रोज अपने काम के सिलसिले में शहर आने जाने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।गांव के अंदर का हाल तो और भी खराब था वहां न तो नाली दिखाई दी और न पानी की निकासी जिसके कारण आये दिन वहां लोग कीचड़ में गिर जाते है। छोटे बच्चों को लेकर उनके माँ बाप को हर समय चिंता बनी रहती है। जब वहाँ के स्थानीय लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि इस बात की शिकायत वो 5 सालों से प्रधान और संबंधित अधिकारियों से करते आ रहे हैं, लेकिन सिर्फ उन्हें आश्वासन दिया जाता रहा है लेकिन कोई भी कार्यवाही अभी तक नही हुई । जब कोई कार्यवाही न हुई और गांव वालों के पास कोई चारा नहीं बचा तो उन्होंने गांव के ही लोगो से पैसा इक्कट्ठा करके रास्ते मे मिट्टी डलवाई जिससे उनके आने जाने की सुविधा उपलब्ध रहे।लेकिन जैसे जैसे अब बरसात का समय आ रहा है गांव वालों को किसी बड़ी दुर्घटना का डर सताने लगा है।
लेकिन प्रशासन इन सब बातों से अंजान बना हुआ है लगता हैं कि वो किसी बड़ी दुर्घटना के होने का इंतजार कर रहा समय रहते अगर अधिकारियों की नींद न टूटी तो इसका खामियाजा गांव के लोगो को भुगतना पड़ेगा।
सवाल ये हैं कि न जाने कब इन गाँव वालों के अच्छे दिन आएंगे और न जाने कब उनके गांव का वो विकास होगा जिसका दावा उत्तर प्रदेश सरकार करती है।
मुरादाबाद से कपिल अग्रवाल और गिरीश यादव के साथ सुमित कुमार की रिपोर्ट