सीएनएन न्यूज भारत ब्यूरो महराजगंज ::आबकारी विभाग ने शराब की दुकानों के आवंटन से पहले ही फॉर्म बिक्री से करोड़ों का राजस्व कमा लिया है। जिले की 285 दुकानों के लिए 1943 लोगों ने 4868 आवेदन जमा किए हैं। महज आवेदन शुल्क से ही सरकार को 25 करोड़ की आमदनी हुई है।

अब सभी आवेदनों की जांच की जा रही है और छह फरवरी को कलक्ट्रेट स्थित एनआईसी में ई-लॉटरी के माध्यम से दुकानों का आवंटन किया जाएगा। पारदर्शी व्यवस्था में ई लॉटरी की देखरेख के लिए ऑब्जर्बर के रूप में प्रमुख सचिव परिवहन वेंकटेश्वर लू को शासन ने नियुक्त किया है।

शराब व्यवसाय में भारी मुनाफे को देखते हुए कई कारोबारियों ने एक से अधिक फॉर्म भरे हैं। कई दुकानों के लिए तो एक-एक व्यक्ति ने 20-20 आवेदन तक जमा किए हैं। हालांकि आबकारी नीति के अनुसार एक व्यक्ति अधिकतम दो दुकानों का ही लाइसेंस प्राप्त कर सकता है। यदि लॉटरी में किसी के नाम दो से अधिक दुकानें आती हैं, तो अतिरिक्त दुकानों को स्वतः निरस्त कर दिया जाएगा।

धानी कंपोजिट दुकान के लिए सबसे अधिक आवेदन

इस बार कुछ दुकानों के लिए खासा उत्साह देखने को मिला है। फरेंदा सर्किल की धानी बाजार स्थित अंग्रेजी व बियर कंपोजिट दुकान के लिए सर्वाधिक 82 आवेदन आए हैं। इसी तरह, महराजगंज नंबर एक कंपोजिट दुकान के लिए 57, परतावल बाजार की देशी शराब दुकान के लिए 48 और परतावल छातीराम कंपोजिट दुकान के लिए भी 57 लोगों ने आवेदन किया है।अब आबकारी विभाग आवेदनों की जांच-पड़ताल कर रहा है। छह फरवरी को ई-लॉटरी के माध्यम से दुकानों का अंतिम आवंटन किया जाएगा। इस प्रक्रिया के बाद जिले में नए सत्र के लिए शराब की दुकानों का संचालन शुरू हो जाएगा।