सर्वे भवंतु सुखिन सर्वे संतु निरामया सर्वे भद्राणि पश्यंतु मां कश्यप दुख भव भवेत्
सनातन संस्कृति का सदैव से एक नियम रहा है की जगत में सभी जीव जंतु प्राणी मात्र अगर सुखी रहेंगे तो हम भी सुखी रहेंगे इस सूत्र को ध्यान में रखते हुए राजस्थान भिवाड़ी के डॉक्टर जी आर गुप्ता अपना जीवन जी रहे हैं उन्होंने अपने आप को प्रकृति के लिए प्राणियों के लिए सेवा भाव के वास्ते समर्पण किया हुआ है आप पशु पक्षी जीव जंतु तथा मनुष्य गौ माता गायत्री माता आदि की सेवा में तल्लीन है। आप साधु संतों की सेवा में विशेष ध्यान भाव रखते हैं ।वृंदावन में अपने शशि मां सेवा ट्रस्ट के माध्यम से एक ओपीडी चालू कर रखी है जिसमें सभी साधु संतों को स्वास्थ्य से संबंधित दवाइयां निशुल्क दी जाती है। वहां के दो डॉक्टरों ने अपने आप को बिना सैलरी लिए हुए निशुल्क संध्याकालीन 4:00 बजे से 8:00 तक साधु संतों की सेवा करते हैं ।आपके माध्यम से बाल संस्कार केंद्र चलाया जा रहा है सिलाई शिक्षा केंद्र भी चलाया जा रहा है। इन सब चीजों को ध्यान में रखते हुए भिवाड़ी में बाबा

मोहन राम खोली धाम पर गायत्री परिवार के सानिध्य में आप सब लोगों के सहयोग से गायत्री परिवार वाले मिलकर एक बहुत विशाल नौ कुंडीय यज्ञशाला का निर्माण कर चुके हैं एक पक्षी चुग साला भी तैयार कर दिया है योगशाला का निर्माण हो रहा है। संस्कार शाला का निर्माण भी होना है एक विशालकाय पानी की प्याऊ का भी निर्माण चालू है। 15 शौचालय तथा बाथरूम का निर्माण अधीन कार्य है सहयोग कर रहे हैं। हमारी संस्था को ग्लोबल आइकन अवार्ड देते हुए गर्व महसूस हो रहा है जिनके जीवन जीने का तरीका एक साधु संत एक पीठाधीश्वर एक महामंडलेश्वर की तरह अपना जीवन यापन कर रहे हैं ।उनको हमारी संस्था कोटि-कोटि प्रणाम करती है ।हम उनको वचन देते हैं कि हम भी प्रयास करेंगे जनसेवा नर सेवा को नारायण सेवा समझकर सेवा में योगदान देने का संकल्प लेते हैं।

रिपोर्टर मुकेश कुमार शर्मा