famous pakbda trader murder case revealed in 48 hours
पाकबड़ा के शनिवार का बाजार निवसी स्पेयर पार्ट्स व्यापारी कुलदीप गुप्ता की 4 जून को पहले अपहरण और फिर हुई हत्या उनके दोस्त ने ही दो अन्य साथियों के साथ मिलकर हत्या कर दी थी. उधार में 65 हजार रुपये न देने के कारण दवा व्यापारी आरोपी दोस्त क्षुब्ध था और इसी का बदला लेने के लिए वारदात को अंजाम दिया। हत्या करने के बाद आरोपी ने शव को स्योहारा में ले जाकर फेंक दिया था। सोमवार को डीआईजी शलभ माथुर और एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने प्रेस कांफ्रेंस कर हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा किया।
डीआईजी शलभ माथुर ने बताया कुलदीप गुप्ता के नौकर मुस्तफा द्वारा पैसे देने के दौरान मोबाइल में खींची गई फोटो, अलग-अलग जगह से एकत्रित सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल सीडीआर की मदद से पुलिस को अहम सुराग हाथ लगा। जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में मझोला के चाऊ की बस्ती निवासी दवा कारोबारी नंद किशोर उर्फ नंदू और सिविललाइंस के काजीपुरा निवासी कर्मवीर सिंह उर्फ भोलू को गिरफ्तार किया है।डीआईजी ने बताया कि एक माह पूर्व नंद किशोर ने लोन ईएमआई भरने के लिए कुलदीप गुप्ता से 65 हजार रुपये उधार मांगे तो कुलदीप ने देने से मना कर दिया था। आरोपी ने पुलिस को बताया कि रकम देने की बजाय कुलदीप ने दोस्तों के बीच उसके बारे में उलाहना वाले शब्द कहे। इसी से क्षुब्ध होकर उसने वारदात के तीन-चार दिन पहले योजना बना ली।
एसओजी प्रभारी अजयपाल सिंह और पाकबड़ा एसएचओ योगेंद्र कृष्ण यादव की टीम ने इस हत्याकांड के दो आरोपी नंद किशोर उर्फ नंदू और कर्मवीर सिंह उर्फ भोलू को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के पास से साढ़े तीन लाख रुपये, वारदात में प्रयुक्त एम्बुलेंस और बाइक भी बरामद कर ली गई है। तीसरा आरोपी रनवीर सिंह अभी फरार है, जिसकी तलाश में दबिश दी जा रही है।
पुलिस टीम की इस सफलता की एडीजी जोन बरेली ने सराहना की है। एडीजी अविनाश चंद्र ने खुलासा करने वाली टीम को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया है।
मुरादाबाद से कपिल अग्रवाल और गिरीश यादव के साथ सुमित कुमार की रिपोर्ट