सीएनएन न्यूज भारत ब्यूरो महराजगंज :: निषाद पार्टी के युवा प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सचिव धर्मात्मा निषाद की आत्महत्या के मामले में सोमवार को नया मोड़ आया। पहले दर्ज की गई तहरीर से निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री डॉ. संजय निषाद व उनके दोनों पुत्रों ई. श्रवण निषाद और ई. प्रवीण निषाद का नाम गायब कर दिया गया। पुलिस ने पनियरा थाने में तहरीर के आधार पर केवल जयप्रकाश निषाद और तीन अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजनों को सौंप दिया गया और भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अकटहवा घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जांच के बाद अन्य आरोपियों के नाम सामने आने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

परिजनों ने पुलिस पर लगाया तहरीर बदलवाने का आरोप

मृतक धर्मात्मा निषाद के बड़े भाई परमात्मा निषाद ने पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पहले दी गई तहरीर में निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. संजय निषाद और उनके दोनों पुत्रों के नाम थे, लेकिन बाद में दबाव में आकर पुलिस ने केवल जयप्रकाश निषाद को नामजद किया और अन्य को अज्ञात में डाल दिया। उन्होंने मांग की कि इन तीनों का नाम भी केस में जोड़ा जाए।

सोशल मीडिया पोस्ट से भड़का आक्रोश

रविवार को धर्मात्मा निषाद ने आत्महत्या से पहले अपने फेसबुक अकाउंट पर एक पोस्ट डाली थी, जिसमें उन्होंने अपनी मौत के लिए डॉ. संजय निषाद, उनके दोनों पुत्रों और जयप्रकाश निषाद को जिम्मेदार ठहराया था। इस पोस्ट के वायरल होने के बाद इलाके में भारी आक्रोश फैल गया और हजारों की संख्या में लोग उनके घर पर जमा हो गए। बाद में सीओ ने समझा-बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की व्यवस्था की।

पोस्टमार्टम हाउस पर सपा और कांग्रेस नेताओं का जमावड़ा

धर्मात्मा निषाद के पोस्टमार्टम के दौरान सपा और कांग्रेस के कई बड़े नेता जिला अस्पताल पहुंचे। सपा जिलाध्यक्ष विद्यासागर यादव, पूर्व विधायक श्रीपत आजाद, कांग्रेस जिलाध्यक्ष शरद कुमार सिंह सहित कई अन्य नेता वहां मौजूद रहे। वहीं, पुलिस प्रशासन भी भारी सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखा था।

जयप्रकाश निषाद की पत्नी ने पति पर लगाए गंभीर आरोप

सोमवार को आरोपी जयप्रकाश निषाद की पत्नी नरकटहा गांव पहुंची और धर्मात्मा निषाद के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने अपने पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जयप्रकाश ने एक बार उन्हें जहर पिलाने की कोशिश की थी और उनकी हत्या करना चाहता था। उन्होंने पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की।

गांव में भारी पुलिस बल तैनात, माहौल शांतिपूर्ण

धर्मात्मा निषाद की मौत के बाद संभावित तनाव को देखते हुए प्रशासन ने गांव में सात थानों की पुलिस फोर्स और डेढ़ सेक्शन पीएसी तैनात की थी। एसडीएम निचलौल समेत अन्य अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे। पुलिस की कड़ी निगरानी में शांतिपूर्ण ढंग से अंतिम संस्कार संपन्न हुआ।

परिजनों ने मांगी आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी

मृतक धर्मात्मा निषाद के परिजन सोमवार को कलक्ट्रेट पहुंचे और डीएम अनुनय झा से मुलाकात कर परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी, आर्थिक सहायता, पट्टे पर भूमि और आवास की मांग की। इस पर डीएम ने आश्वासन दिया कि शासन स्तर से हरसंभव सहायता दी जाएगी।