गत वर्ष वन जीव संरक्षण सप्ताह के समापन समारोह में टाइगर रिजर्व में आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इको पर्यटन बढ़ाने के लिए हेलीकॉप्टर सेवा शुरू किए जाने के बाद कही थी उसे दिशा में पर्यटन निदेशालय ने शासन के निर्देश पर एक कदम और आगे बढ़ा दिया है पर्यटन निदेशालय की ओर से जिलाधिकारी को चिट्ठी भेजकर हैलिपेड के लिए तीन एकड़ जमीन दिलाने का अनुरोध किया गया है माधवटांडा खटीमा रोड पर गांव पिपरिया संतोष में जहां टेंट सिटी को प्रस्तावित किया गया है वहां पर कुल 80 एकड़ जमीन है इसमें से करीब ढाई एकड़ में सिंचाई विभाग इंजीनियर कॉलोनी बना रहा है बाकी खाली जमीन को हेलीकाप्टर के लिए दिया जा सकता है पीलीभीत टाइगर रिजर्व में पर्यटन का काफी विस्तार हो गया है देश के विभिन्न हिस्सों से अलावा विदेशों से भी पर्यटक पहुंचते रहते हैं हर दिन सैकड़ो पर्यटक यहां आते रहते हैं अगर हवाई सेवा की बात की जाए तो यहां पहुंचने के लिए बरेली हवाई अड्डा पर उतरना पड़ता है इसके अलावा पीलीभीत तक रेल और बस सेवा से पहुंचा जा सकता है लखनऊ की तरफ से आने वाले पर्यटको के लिए हवाई सेवा मौजूद नहीं है पिछले वर्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने टाइगर रिजर्व के मुस्तफाबाद गेस्ट हाउस पर वन्य जीव संरक्षण सप्ताह के समापन समारोह में पहुंचे थे उन्होंने पीलीभीत टाइगर रिजर्व में हवाई सेवा देने की घोषणा की थी अब पर्यटन विभाग में इस पर अमल किया जा रहा है

वन मंत्री डॉ अरुण कुमार के दिशा निर्देश पर लगातार बढ़ रहा है टूरिज्म..

उत्तर प्रदेश के वन मंत्री अरुण कुमार भी समय-समय पर चुका बीच का भ्रमण कर आवश्यक दिशा निर्देश देते रहते हैं इसी के तहत पिछले कई सालों से यह देखने को मिला है कि अब चूका बीच की व्यवस्था काफी बेहतर हो गई है तभी यहां पर पर्यटको का आना जाना और भी बढ़ गया है,

उत्तर प्रदेश के पर्यटन स्थलों की सैर को आने वाले पर्यटकों के लिए अच्छी खबर आई है। लखनऊ से दुधवा के बीच जल्द हेली सर्विस की शुरुआत होने जा रही है, लखनऊ से दुधवा की सड़क मार्ग से यात्रा में जहां साढ़े चार घंटे का समय लगता था, तो वहीं अब हेली सर्विस के जरिए वह घटकर मात्र एक घंटे हो जाएगी। हेलीकॉप्टर से यात्रा के लिए पर्यटकों को पांच हजार रुपये प्रति व्यक्ति किराए का भुगतान करना होगा।

पर्यटन पर हैँ मुख्यमंत्री का है विशेष ध्यान..


मुख्यमंत्री की ओर से दुधवा नेशनल पार्क, कतर्नियाघाट वाइल्ड लाइफ सैंक्चुअरी एवं पीलीभीत टाइगर रिजर्व के चूका जैसे ईको टूरिज्म स्थलों पर सुगम आवागमन के लिए हेली सेवाएं प्रारम्भ करने के निर्देश दिए गए थे।
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह ने कहा कि लखनऊ में हेलीकॉप्टर का संचालन चौधरी चरण सिंह अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से होगा। इससे एयरपोर्ट पर पधारने वाले राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को मात्र एक घंटे में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान पहुंचने का सुनहरा अवसर प्राप्त होगा। वे कतर्नियाघाट वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी एवं पीलीभीत टाइगर रिजर्व के चूका जैसे ईको टूरिज्म स्थलों का भ्रमण कर उत्तर प्रदेश के प्राकृतिक सौन्दर्य एवं वाइल्ड लाइफ का अनुभव कर सकेंगे। इससे दुधवा स्थित नेचर गाइड्स, सफारी जिप्सी चालकों, होमस्टे स्वामियों एवं स्थानीय लोगों की आय में वृद्धि हो सकेगी।


टाइगर रिजर्व दुधवा 884 किमी में फैला है


प्रदेश का प्रमुख दुधवा टाइगर रिजर्व का कोर जोन 884 वर्ग किलोमीटर में स्थापित है। इसकी ख्याति न केवल देश में है, बल्कि विदेश में भी है। दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में विद्यमान विभिन्न प्रकार के बेशकीमती वृक्ष, लता, पौधे, घास, बाघ, तेंदुआ, भालू, हाथी गैंडा, हिरण, सरीसृप, पक्षी और अन्य जीव जंतु इसकी आभा की अभिव्यक्ति स्वयं करते हैं। इस राष्ट्रीय उद्यान की जैवविविधता की अलौकिकता, इसके मनोहारी दृश्यों से स्वनेत्रों को अभिसिंचित करने के लिए घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यटक यहां प्रतिवर्ष आते रहते हैं।