बदायूँ।विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में एवं पर्यावरण सप्ताह के अंतर्गत भारतीय जन कल्याण मिशन धर्मार्थ ट्रस्ट के संस्थापक आचार्य पंडित मुमुक्षु कृष्ण शास्त्री एवं बदायूँ गौरव क्लब के मुख्य सचिव व बदायूँ गौरव महोत्सव के मुख्य संयोजक अमन मयंक शर्मा ने श्री रामनगर कॉलोनी बदायूँ एवं ग्राम शिकरापुर स्थित आश्रम व गौशाला में बरगद,बेलपत्र,शमीपत्र,बेला,गुलमोहर,रात की रानी,नीम,पीपल,आम,अशोक,केला सहित 21 पौधों का पौधरोपण किया।इस अवसर पर भारतीय जन कल्याण मिशन धर्मार्थ ट्रस्ट के संस्थापक भागवत भास्कर आचार्य पंडित मुमुक्षु कृष्ण शास्त्री ने 1 लाख ऐसे वृक्षों को लगाने का संकल्प लिया जो प्रदूषण सोखने एवं ऑक्सीजन देने वाले हों उन्होंने सभी लोगों से अपील की कि पर्यावरण का संरक्षण हम सभी देहधारियों का परम कर्तव्य है प्रकृति ईश्वर की अमूल्य धरोहर है। पंडित मुमुक्षु कृष्ण शास्त्री जी ने आज के बतावरण को देखते हुए भविष्य पर चिंता व्यक्त की उन्होंने कहा कि कोविड तो अभी आगाज है भविष्य इससे भी अधिक भयंकर परिणाम लेकर उपस्थित होने वाला है उससे पहले हमें सुधार करना होगा।आचार्य मुमुक्षु कृष्ण शास्त्री के अनुजवत उनके ही अंग की तरह सदैव साथ रहने वाले रितेश उपाध्याय ने आचार्य के इस संकल्प में तन, मन, धन से कदम से कदम मिलाकर चलने का संकल्प लिया । बदायूं गौरव क्लब के मुख्य सचिव एवं बदायूं गौरव महोत्सव के मुख्य संयोजक अमन मयंक शर्मा ने पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया।
बदायूँ गौरव क्लब के मुख्य सचिव एवं बदायूँ गौरव महोत्सव के मुख्य संयोजक अमन मयंक शर्मा ने
ग्लोबल बार्मिंग पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि पूरे विश्व का ग्लेशियर निरंतर पिघल रहा है हमारी आने वाली पीढियों के लिए हम क्या देकर जा रहे हैं ?हमें पर्यावरण बचाना है, नदियां बचानी
हैं नहीं तो ये पृथ्वी आने वाले समय में रेगिस्तान बन जाएगी आने वाली पीढ़ियां बूंद बूंद पानी को तरस जाएंगी। अंत मे आचार्य मुमुक्षु कृष्ण शास्त्री ने पर्यावरण की रक्षा हेतु वृक्ष लगाने का संकल्प लेते हुए इसके प्रति जनता को जागृत करने के लिए एक अभियान चलाने का निर्णय लिया।
।इस अवसर पर डॉक्टर श्रीमती उमा सिंह गौर, डॉक्टर श्री शिवराज सिंह, श्री नीरज रस्तोगी, श्री आकाश अरोरा, श्रीमती शारदा सिंह, श्रीमती सुमन अरोरा, श्रीमती उषा रस्तोगी, श्रीमती वंदना रस्तोगी, श्रीमती कमलेश शर्मा, श्री अनंत रस्तोगी, श्री अमेरा रस्तोगी, श्री ओमप्रकाश मिश्रा मुख्य रूप से उपस्थित रहे।