आज दिनांक 09. जनवरी .2025 दिन गुरुवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद बदायूं डॉं बृजेश कुमार सिंह द्वारा थाना कादरचौक क्षेत्र के ग्राम भूङा भदरौल मे शहीद हुए 03 पुलिस कर्मियों को “गार्ड ऑफ ऑनर” से सलामी दी गयी । इस दौरान पुलिस अधीक्षक नगर

अमित किशोर श्रीवास्तव , क्षेत्राधिकारी उझानी सीओ शक्ति सिंह रेड्डी भी कार्यक्रम मे मौजूद रहे । 09 जनवरी 1978 को हुई मुठभेड़ में शहीद पुलिसकर्मियों की याद में थाना कादरचौक क्षेत्र के गांव भूड़ा भदरौल में शहीद

स्मारक पर सुबह से ग्रामीण इकट्ठा हुए । ग्रामीणों समेत आयोजकों ने स्मारक पर श्रद्धासुमन अर्पित किए । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसएसपी डॉं बृजेश कुमार सिंह द्वारा स्मारक पर पुष्प चक्र चढ़ाया गया तथा गार्द के

पुलिसकर्मियों द्वारा शस्त्र झुकाकर सलामी दी गयी । वर्ष 1978 में 9 जनवरी को अमावस्या का दिन था जब एटा जिला हुआ करता था कुछ बदमाश गंगा किनारे अपराध करने की योजना बना रहे थे । पुलिस को सूचना मिलने

पर एटा के क्षेत्राधिकारी स्वर्गीय श्री रामेंद्र नारायण पांडे पुलिस बल के साथ अपराधियों को पकड़ने के लिए गंगा किनारे आए पुलिस को आता देख बदमाश भागने लगे । स्नान होने के कारण भीड़ में बदमाश तितर-बितर हो गए,

एक बदमाश गंगा पार कर जनपद बदायूं की सीमा में आ गया और यहां आकर ईख के खेत में छुप गया बदमाश के पीछे पीछे पुलिस उपाधीक्षक हेड कांस्टेबल मोहनलाल गौतम तथा जनपद बदायूं के एक कांस्टेबल रामदास द्वारा उस खेत में बदमाश को पकड़ने की

कोशिश की । जिसमें 1-1 कर तीनों पुलिसकर्मी शहीद हो गए । बाद में और पुलिस बल आने पर उस बदमाश को भी मार गिराया था । 9 जनवरी 1978 को शहीद हुए पुलिसकर्मियों के बलिदान की स्मृति में यह श्रद्धांजलि

दिवस मनाया जाता है । एसएसपी ने शहीद पुलिसकर्मियों के सम्मान में कहा कि कटरी को बदमाशों से मुक्त कराने में शहीद पुलिस उपाधीक्षक रामेन्द्रनारायण पांडेय, मुख्य आरक्षी मोहनलाल गौतम

तथा आरक्षी रामदास समेत तीनों पुलिसकर्मियों के योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता । जान न्यौछावर करके सीओ और उनके जाबांज हमराह ने 09 जनवरी 1978 को कांछी गिरोह का सफाया कर दिया था । उन दिनों एटा और बदायूं जिले की कटरी में

भगवान सिंह कांछी गिरोह का आतंक था । गिरोह का पीछा करते हुए कासगंज के पुलिस उपाधीक्षक आरएन पांडेय, उनके हमराह हेड कांस्टेबिल मोहनलाल गौतम व कां0 रामदास भदरौल की कटरी तक आ गए थे । जहां स्मारक बना है, उसी के पास गिरोह से मुठभेड़ के दौरान सीओ समेत तीन पुलिसकर्मियों ने जांबाजी का परिचय दिया लेकिन वह खुद की जान नहीं बचा पाए थे । तदुपरान्त एसएसपी बदायूं द्वारा शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनो को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया ।

रिपोर्टर शिव प्रताप सिंह