गांधी ग्राउण्ड में लगने वाला संडे बाज़ार अब सड़क पर आ चुका है, जबकि संडे बाजार के लिए गांधी ग्राउंड के अंदर व्यवस्था की गई है। ठेकेदार के मना करने पर उससे झगड़ा करने लगते है और बाहर फुटपाथ पर दुकान लगा लेते है। जिससे आने-जाने वाले वाहनों को

अत्यंत दुविधा झेलनी पड़ रही है। ख़ास कर वी-मार्ट व उसके निकट रहने वाले नागरिकों को सबसे ज़्यादा परेशानी झेलनी पड़तीं है।ई-रिक्शा व फड़ लगाने वाले फुटपाथ घेर लेते है। जिससे सारी यातायात व्यवस्था जाम हो जाती है।अगर किसी निवासी को घर से निकलना हो या किसी आपात स्थिति में कहीं जाना होतो घंटों का जाम झेलना पड़ता है।यह संडे बाजार यहां के लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। रोड पे डॉक्टर के

क्लीनिक भी बहा आने वाले मरीजों दिक्कत का सामना करना पड़ता है इसी आपातकाल की स्थिति में लोगों बहुत मुसीबत का सामना करना पड़ता है।मना करने पर ई-रिक्शा और फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले झगड़ा करने लगते है। ट्रैफिक पुलिस इस सब को लगातार अनदेखा कर रही है।