सहसवान! उप जिला अधिकारी महोदय जी एक नजर इधर भी प्रधानमंत्री आवास योजना में भी जमकर हो रही धांधले बाजी!
दलालों ने घूस ले लेकर अपात्रों को भी बना डाला पात्र अगर इसकी भी बारीकी से जांच कर ली जाए तो दूध का दूध पानी का पानी होने में समय नहीं लगेगा
सहसवान प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ पात्र लोगों को नहीं अपात्र लोगों को जमकर मिला अधिकारियों से सांठगांठ कर प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ अपात्र लोग जमकर ले रहे हैं कुछ अपात्र लोग तो ऐसे हैं जिनके पास मकान से लेकर गाड़ियां भी घरों में मौजूद है लेकिन हैरान करने वाली बात तो यह है कि प्रधानमंत्री आवास योजना सिर्फ गरीबों के लिए जिनके पास रहने के लिए आवास नहीं थे उनके लिए लागू की गई थी लेकिन फिर जिनके पास पहले से ही मकान गाड़ियां बंगले मौजूद हैं उनके लिए यह लाभ कैसे मिल गया लेकिन हां जिले पर बना ढूंढा विभाग वहां बैठकर पैसे के बल पर सब उल्टा कर देता है आज पात्र लोगों को नहीं अपात्र लोगों को इसका लाभ जमकर मिल रहा है अगर इसकी जांच बारीकी से कर ली जाए तो सब दूध का दूध और पानी का पानी होने में समय नहीं लगेगा प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर घर जाकर दलाल आवास दिलाने की बात कहते नजर आते हैं आवास दिलाने के नाम पर वह शर्त भी रखते हैं कि अगर आपका आवास मंजूर हो गया तो आपके लिए ₹50000 हमें देने होंगे आज ऐसे दलालों की वजह से ही पात्र लोगों तक प्रधानमंत्री आवास नहीं पहुंच पाए क्योंकि उनके पास देने के लिए पहले से कुछ नहीं था इसीलिए इन दलालों द्वारा अपात्र लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ आसानी से मिल जाता है क्योंकि कुछ पैसे पहले ले लेते हैं दलाल रहे बच्चे पैसे बाद में लेते हैं दलाल लेकिन आज गरीबों की मसीहा बनकर उभरी उपजिलाधिकारी ज्योति शर्मा से गरीब जनता ने गुहार लगाई है कि प्रधानमंत्री आवासों की जांच बारीकी से कराई जाए और घोटाला करने वालों के लिए जेल की सलाखों के पीछे भेजा जाए!
संवाददाता सौरभ गुप्ता सहसवान