खेल हमें संघर्ष करने की कला सिखाते हैं-जिलाधिकारी
डीएम ने दिव्यांगजन बच्चों को वितरित किए सहायक उपकरण
बदायूँ । 03 दिसंबर जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने मंगलवार को राजकीय इंटर कॉलेज में अंतरराष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस के अवसर पर समेकित शिक्षा के तहत जनपदीय बाल शैक्षिक एवं क्रीड़ा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ जिलाधिकारी ने दीप प्रज्वलित कर किया। जिलाधिकारी द्वारा ध्वजारोहण भी किया गया। जिलाधिकारी द्वारा
दिव्यांगजन बच्चों को विभिन्न सहायक उपकरण वितरित किए। जिलाधिकारी निधि श्रीवास्तव ने कहा कि खेल सिर्फ एक खेल नहीं होता बल्कि एक जीवन शैली होती है। खेल हमें संघर्ष करने की कला सिखाते हैं।
जिलाधिकारी द्वारा दिव्यांगजन बच्चों को 05 ट्राईसाईकिल, 10 बैसाखी, 02 व्हीलचेयर, 02 हियरिंग एड, 05 लो विजन किट, 05 होम बेस किट व 05 ब्रेल किट वितरित की गई। दिव्यांगजन कल्याण विभाग व बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जिलाधिकारी को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।
खेल के समापन के अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी, बदायूँ केशव कुमार उपस्थित हुए। उनके समक्ष बच्चों द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की मुक्त कन्ठ से प्रशन्सा करते हुए नगद पुरस्कार भी दिये गये और अपने उद्बोधन में कहा गया कि खेल हमारे जीवन में आत्मविश्वास विकसित करते हैं।
खेल परिणाम में 50 मीटर दौड प्राथमिक स्तर बालक वर्ग बौद्धिक दिव्यांग में नितिन (प्रथम),अर्पित (द्वितीय) एवं महावीर (तृतीय) स्थान पर रहे। 50 मीटर दौड प्राथमिक स्तर बालिका वर्ग बौद्धिक दिव्यांग में निधि, बिसौली (प्रथम),आरती, उझानी (द्वितीय) एवं गौशिया,बज़ीरगंज (तृतीय) स्थान पर रहीं।
50 मीटर दौड प्राथमिक स्तर बालिका वर्ग श्रवण दिव्यांग में आरती (प्रथम), मायेरा (द्वितीय) एवं दीक्षा (तृतीय) स्थान पर रहीं। 50 मीटर दौड प्राथमिक स्तर बालक वर्ग श्रवण दिव्यांग में आनन्द बाबू (प्रथम), चिराग (द्वितीय) एवं गोविन्द शाक्य (तृतीय) स्थान पर रहे। 50 मीटर दौड उच्च प्राथमिक स्तर बालिक वर्ग श्रवण दिव्यांग में अनामिका (प्रथम), मुस्कान (द्वितीय) एवं मंजावती व खुशबू संयुक्त रूप से (तृतीय) स्थान पर रहीं।
50 मीटर दौड उच्च प्राथमिक स्तर बालक एवं बालिका संयुक्त वर्ग अल्प दृष्टिवाधित में विकास, समरेर (प्रथम), संजीव, म्याऊँ (द्वितीय) एवं ईरम, दहगवां (तृतीय) स्थान पर रहे। 50 मीटर दौड उच्च प्राथमिक स्तर बालक एवं बालिका संयुक्त वर्ग में राखी, सालारपुर (प्रथम), दिपांशु, अम्बियापुर (द्वितीय) एवं प्रेम, कादरचौक (तृतीय) स्थान पर रहे। छूकर पहचानना उच्च प्राथमिक स्तर दृष्टिवाधित में सूरदास (प्रथम), मुरारी (द्वितीय) एवं हुरिया रब्बि (तृतीय) स्थान पर रहे। चित्रकला प्रतियोगिता उच्च प्राथमिक स्तर बालिक वर्ग बौद्धिक दिव्यांग में खुशबू, उझानी (प्रथम), शान्ति, कादरचौक (द्वितीय) एवं नीलम, दहगवां (तृतीय) स्थान पर रहीं।
चित्रकला प्रतियोगिता उच्च प्राथमिक स्तर बालक वर्ग बौद्धिक दिव्यांग में पिकेश बाबू, म्याऊँ (प्रथम), सोमेन्द्र, कादरचौक (द्वितीय) एवं करन, म्याऊँ (तृतीय) स्थान पर रहे। चित्रकला प्रतियोगिता प्राथमिक स्तर बालक वर्ग श्रवण वाधित और शारीरिक दिव्यांग में दुवेन्द्र (प्रथम), नितिन (द्वितीय) एवं चिराग (तृतीय) स्थान पर रहे।
चित्रकला प्रतियोगिता प्राथमिक स्तर बालिका वर्ग श्रवण वाधित और शारीरिक दिव्यांग में अनामिका (प्रथम), प्रिया (द्वितीय) एवं खुशबू (तृतीय) स्थान पर रहीं। सुलेख प्रतियोगिता प्राथमिक स्तर बालक वर्ग श्रवण वाधित और शारीरिक दिव्यांग में विशाल (प्रथम), करन (द्वितीय) एवं उदय सिंह (तृतीय) स्थान पर रहे। सुलेख प्रतियोगिता प्राथमिक स्तर बालिका वर्ग श्रवण वाधित और शारीरिक दिव्यांग में अंशिका (प्रथम), अलशिफा (द्वितीय) एवं अंशिका (तृतीय) स्थान पर रहीं।
सुलेख प्रतियोगिता उच्च प्राथमिक स्तर बालक वर्ग श्रवण वाधित और शारीरिक दिव्यांग में पिकेश (प्रथम), अनुराग (द्वितीय) एवं सोहनलाल (तृतीय) स्थान पर रहे। सुलेख प्रतियोगिता उच्च प्राथमिक स्तर बालिका वर्ग श्रवण वाधित और शारीरिक दिव्यांग में मधु (प्रथम), खुशबू (द्वितीय) एवं नीलम (तृतीय) स्थान पर रहे।
कुर्सी दौड प्राथमिक स्तर बालक/बालिका संयुक्त वर्ग में प्रेम, कादरचौक (प्रथम), आरती, सालारपुर (द्वितीय) एवं नितिन, सालारपुर (तृतीय) स्थान पर रहे। अल्प दृष्टिबाधिक प्राथमिक स्तर बालक/बालिका संयुक्त वर्ग में समा, बिसौली (प्रथम), करन, म्याऊँ (द्वितीय) एवं अर्पित, जगत (तृतीय) स्थान पर रहे।
इस अवसर पर जी0एस0 हीरो के द्वारा सभी बच्चों को पुरस्कार प्रदान किये गये। विकास क्षेत्र उझानी की शिक्षिका काजल दुवे व शिप्रा रस्तोगी ने संयुक्त रूप से बच्चों को स्वेटर वितरित किये। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, दहगवां के अध्यक्ष दमोदर सिंह ने सभी बच्चों को 2 हजार रूपये का पुरस्कार दिया। जिला समन्वयक (समेकित शिक्षा) जितेन्द्र सिंह ने इस दिवस के उपलक्ष्य में संयुक्त रूप रेखा का वाचन किया गया।