बदायूं : गंगा तट पर ककोड़ देवी मंदिर से झंडी पहुंचने पर ही मेला ककोड़ा का शुभारंभ हुआ था। शुक्रवार को विधि-विधान से पूजा अर्चना कर झंडी वापस मंदिर में लाकर स्थापित कर दी गई। इसी के साथ पखवारे भर से चल रहे रुहेलखंड के मिनी कुंभ मेला ककोड़ा का
समापन हो गया। मेले में बसाया गया तंबुओं का शहर पूरी तरह से उखड़ गया है। जिला पंचायत के अधिकारी भी अब मेले की व्यवस्थाओं से मुक्त हो गए हैं।जिला पंचायत की ओर से लगवाए जाने वाले इस मेले की तैयारियां महीनाभर पहले ही शुरू हो गई थीं। श्रद्धालुओं के लिए व्यवस्थाएं बेहतर बनाई गई थीं। खास बात यह रही है कि इस बार मेले को खुले में मेला प्रभारी वेदपाल
सिंह ने बताया मेले में से तंबुओं का शहर गुजर गया लोग अपने घर वापस मेले से चले गए स्नान घाट को लेकर प्रशासन “चतित रहा, लेकिन मुख्य स्नान पर्व के दिन स्वतः इतना लंबा घाट बन गया कि कहीं किसी को दिक्कत ही नहीं होने पाई। प्रशासन ने भी पूरी चौकसी बरती, मंडलायुक्त और डीआईजी ने मेला शुरू होने से पहले ही दौरा किया था, जबकि डीएम और एसएसपी ने तीन बार समीक्षा की थी। सामूहिक प्रयासों से मेले की व्यवस्थाएं बेहतर रहीं।
रिपोर्टर शिव प्रताप सिंह