सीएनएन न्यूज भारत ब्यूरो महराजगंज :: भगवान बुद्ध से जुड़े महत्वपूर्ण स्थल रामग्राम के उत्खनन का बहुप्रतिक्षित इंतजार सोमवार को खत्म हो गया। केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने पनियरा विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह व सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया के साथ वैदिक मंत्रोच्चार व धम्म पाठ के साथ विशेष पूजा-अर्चन कर रामग्राम के उत्खनन कार्य का शुभारंभ किया। इस मौके पर एडीएम डॉ. पंकज कुमार वर्मा के अलावा पुरातत्व विभाग के अधिकारी व कर्मी मौजूद रहे। रामग्राम के बारे में मान्यता है कि यहां भगवान बुद्ध के अस्थि का आठवां हिस्सा पूरी तरह सुरक्षित है। अभी तक आठ में सात बौद्ध अस्थि स्तूप का पता लगाया जा चुका है। बौद्ध ग्रंथों के मुताबिक आठवां अस्थि स्तूप रामग्राम में मौजूद है। रामग्राम की प्रामणिकता अभी सामने नहीं आ पाई है। चौक जंगल में कन्हैया बाबा के टीले को लेकर मान्यता है कि यही रामग्राम है। यहां बौद्ध कालीन अवशेष भी मौजूद हैं। चीनी यात्री युवांगच्वांग द्वारा दी गई दिशा व दूरी की इस क्षेत्र के स्थलाकृतिक मानचित्र पर गणना के अनुसार रामग्राम नगर की स्थिति जनपद महराजगंज के चौक कस्बे के पश्मिोत्तर स्थित कोढ़िया जंगल तथा धातु चैत्य की स्थिति चौक से 3 किलोमीटर पश्चिम धरमौली गांव के पास जंगल के बीच कन्हैया बाबा के थान नामक स्थान की ओर इंगित करती है। कन्हैया बाबा के थान पर एक विशाल स्तूप, पुष्करिणी तथा बौद्ध बिहार के खण्डहर कई एकड़ में बिखरे पड़े हैं। कोढ़ियवा जंगल में एक विशाल नगर के अवशेष भी पाये गये हैं। सांसद पंकज चौधरी पार्लियामेंट में रामग्राम व देवदह का उत्खनन कराकर बौद्ध तीर्थ स्थल के रूप में विकसित करने की मांग कर चुके थे। केन्द्र सरकार ने रामग्राम व देवदह के उत्खनन के लिए केन्द्रीय पुरातत्व विभाग को आदेश दे चुकी थी। भगवान बुद्ध के ननिहाल कहे जाने वाले देवदह का उत्खनन कार्य शुरू हो चुका है। रामग्राम के उत्खनन को लेकर वन विभाग की अनापत्ति का इंतजार था। जिला प्रशासन के प्रयास के बाद वन विभाग ने उत्खनन के लिए अनुमति पुरातत्व विभाग को दे दी है।
उत्खनन में रामग्राम प्रमाणित होने के बाद क्षेत्र का होगा विकास : पंकज
रामग्राम में उत्खन्न कार्य का शुभारंभ करते हुए केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि भगवान बुद्ध के महापरिनिर्वाण के समय हुई घटनाएं भारतीय इतिहास में प्रामाणिक रूप से दर्ज की गई हैं। उन्होंने कहा कि आठवे अस्थि स्तूप के मत-मतांतर को लेकर न केवल भारत में बल्कि अन्य देशों में मिथकीय कथाएं प्रचलित हैं। इतिहास की प्रामाणिकता को स्थापित करने के लिए शोध आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आज से शुरू हुई यह प्रायोगिक खुदाई हजारों वर्ष पुराने इतिहास को प्रमाणिक रूप से देखने का प्रयास मात्र है। उत्खनन मे प्रमाणित होने के बाद यह क्षेत्र बौद्ध सर्किट से जुड़ जाएगा। इससे बौद्धिस्ट टूरिज्म के साथ रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। कार्यक्रम को सदर विधायक जयमंगल कन्नौजिया और डॉ. परशुराम गुप्ता ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर जिलापंचायत अध्यक्ष रविकांत पटेल, पनियरा विधायक ज्ञानेंद्र सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष संजय पाण्डेय,नगर पंचायत अध्यक्ष संगीता देवी, एडीएम पंकज वर्मा,डीएफओ निरंजन सुर्वे ,एसडीएम सदर रमेश कुमार, ईओ चौक ओमप्रकाश ,रेंजर मोहन सिंह, रेंजर ऋषभ नायक, अमरनाथ पटेल, अशोक पटेल, राजकुमार जायसवाल, अजय मद्धेशिया, पवन वर्मा, विवेक गुप्ता मौजूद रहे।
15 सदस्यीय भारतीय पुरातत्व विभाग की टीम उत्खनन स्थल पर पहुंची
रामग्राम का उत्खनन करने के लिए 15 सदस्यीय भारतीय पुरातत्व विभाग की टीम डॉ. आफताब हुसैन के नेतृत्व में कन्हैया बाबा के टीला पर पहुंची है। खुदाई के लिए ले आउट तैयार कर निशान लगाया जा चुका है। उत्खनन के लिए टीम अपने साथ विशेष औजार लाई है। जिससे खुदाई के दौरान मिलने वाले बौद्धकालीन अवशेषों को कोई नुकसान नहीं पहुंचे। खुदाई के दौरान मिले अवशेष को सुरक्षित रखा जाएगा। उत्खनन कार्य की फोटोग्राफी व वीडियोग्राफी भी होगी।