जिला पर्यावरण समिति/जिला वृक्षारोपण समिति व जिला गंगा समिति की हुई बैठक हुई..

शहरी क्षेत्र की 10 किमी0 की परिधि के समस्त ईंट भट्टों की चिमनियों को जिग जैग में अनिवार्य रूप से परिवर्तित करने के दिये गये निर्देश1

वर्ष-2024 में किये गये वृक्षारोपण की सत्यापन रिपोर्ट 15 दिवस के अन्दर समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के दिये गये निर्देश

बरेली, 14 नवम्बर। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आज जिला पर्यावरण समिति/जिला वृक्षारोपण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक विकास भवन स्थित सभागार में हुई।

शहरी क्षेत्र की 10 किमी0 की परिधि के समस्त ईंट भट्टों की चिमनियों को जिग जैग में अनिवार्य रूप से परिवर्तित करने के दिये गये निर्देश1

जिला पर्यावरण समिति की बैठक में समीक्षा करने पर पाया गया कि नगर निगम क्षेत्र में चिन्हित 15 नालों में से 07 नाले अभी तक किसी भी एस0टी0पी0 से टैप नहीं है। इन 07 नालों को पूर्व से निर्मित अथवा निर्माणाधीन एस0टी0पी0 से टैप किया जा सकता है अथवा नहीं। यदि पूर्व से निर्मित अथवा निर्माणाधीन एस0टी0पी0 से टैप नहीं किया जा सकता है तो उक्त 07 नालों के सम्पूर्ण डिस्चार्ज को कवर करते हुये नये एस0टी0पी0 निर्माण के प्रस्ताव को प्रेषित किया जाना उचित रहेगा। इस सम्बन्ध में अधिशासी/अधीक्षण अभियंता उ0प्र0 जल निगम नगरीय को निर्देश दिये गये कि आगामी बैठक से पूर्व उक्त अनटैप्ड 07 नालों के सम्पूर्ण डिस्चार्ज लगभग 62 एम0एल0डी0 को कवर करते हुये नये एस0टी0पी0 के निर्माण का प्रस्ताव तैयार कर प्रेषित किया जाये तथा प्रस्ताव बनाते समय प्रेक्टिकली वेरिफिकेशन कर लिया जाये। क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा बताया गया कि 02 एक्यूआई मॉनीटर कार्य कर रहे है, जिसमें राजेन्द्र नगर में 180 एक्यूआई दर्ज किया गया तथा सदर में 70 एक्यूआई दर्ज किया गया। इस पर समिति द्वारा क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व नगर निगम को निर्देश दिये गये कि दोनों स्थलों पर एक्यूआई में काफी अंतर है, इसके दृष्टिगत राजेन्द्र नगर में संयुक्त भ्रमण कर एक्यूआई बढ़ने का स्त्रोत को ज्ञात करते हुये इसके निस्तारण हेतु कार्यवाही करें। यदि धूल के उत्सर्जन से एक्यूआई बढ़ रहा है तो ऐनकेप में प्रस्ताव प्रेषित करें। सड़कों पर एक्यूआई को कम करने हेतु स्मोकगन का भी प्रयोग किया जाये। प्रदूषण बोर्ड को निर्देश दिये गये कि शहरी क्षेत्र की 10 किमी0 की परिधि के समस्त ईंट भटटों की चिमनियों को जिग जैग में अनिवार्य रूप से परिवर्तित करायें तथा 10 किमी0 की परिधि के बाहर स्थित ईंट भटटों के लिये जिंग जैग चिमनी अनिवार्य नहीं है, अतः वे ईंट भटटों का संचालन कर सकते है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी को निर्देश दिये गये कि कोई भी सफाई कर्मी/सफाई नायक कूडे़ का न जलायें यदि ऐसा करते हुये कोई कर्मी पाया जाता है तो उसके विरूद्ध विधिक कार्यवाही सुनिश्चित करें। ग्राम ठिरिया खुर्द तहसील मीरगंज में स्थित लगभग 06 हेक्टेयर वेटलैण्ड को ईको टूरिज्म के रूप में विकसित किये जाने हेतु सर्वे का कार्य करने के लिये अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 को निर्देश दिये गये कि वे सम्बधित लेखपाल व नायब तहसीलदार को भेजकर गाटावार सर्वे करा लें।

वर्ष-2024 में किये गये वृक्षारोपण की सत्यापन रिपोर्ट 15 दिवस के अन्दर समिति के समक्ष प्रस्तुत करने के दिये गये निर्देश..

वृक्षारोपण के सम्बन्ध में प्रभागीय वनाधिकारी बरेली द्वारा वर्ष-2024 के वृक्षारोपण लक्ष्यों की शतप्रशित की जा चुकी है। अब शासन द्वारा वर्ष 2024 में ‘‘पेड बचाओ अभियान‘‘ 03 अक्टूबर 2024 से 14 जनवरी 2025 तक चलाया जा रहा है, जिसमें समस्त विभागों के नोडल अधिकारियों द्वारा निरीक्षण करते हुये रोपित किये गये पौधों की सुरक्षा, निराई-गुड़ाई व सिंचाई की व्यवस्था एवं मृत/सूखे पौधों को नये स्वास्थ्य पौधों से बदलने की कार्यवाही सुनिश्चित की जाये तथा इसकी मासिक रूप से निरीक्षण कर रिपोर्ट निर्धारित प्रपत्र में प्रभागीय कार्यालय में प्रत्येक माह की 05 तारीख तक प्रेषित की जाये। इसके अतिरिक्त बडे-बडे रोपण क्षेत्र को अधिकारियों द्वारा गोद लिया जाये। वर्ष 2024 में किये गये वृक्षारोपण की सत्यापन रिपोर्ट 15 दिवस के अन्दर समिति के समक्ष प्रस्तुत की जायें।

ऋषिकेश उत्तराखण्ड से प्रशिक्षण प्राप्त कर आये हुये पुजारियों द्वारा मासिक रूप से गंगा आरती करायी जाये..

जिला गंगा समिति की बैठक में निर्देश दिये गये कि ऋषिकेश उत्तराखण्ड से प्रशिक्षण प्राप्त कर आये हुये पुजारियों द्वारा मासिक रूप से गंगा आरती करायी जाये। तहसील मीरगंज के ग्राम रेतीपुरा में भाखड़ा नदी के घाट के सौंदर्यीकरण हेतु खण्ड विकास अधिकारी द्वारा भ्रमण करते हुये मनरेगा से हो सकने वाले कार्यों का प्रस्ताव तैयार कराया जाये।

बैठक में मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, प्रभागीय वनाधिकारी दीक्षा भण्डारी, उप कृषि निदेशक, जिला पंचायत राज अधिकारी, परियोजना निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार, क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, अधीक्षण अभियंता उ0प्र0 जल निगम नगरीय, जिला विद्यालय निरीक्षक, जिला उद्यान अधिकारी, पर्यावरण अभियंता नगर निगम, नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम, जल निगम व नगर पालिका/पंचायत के अधिशासी अधिकारी सहित जनपद स्तरीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।


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