कुंवर गांव संवाददाता तेजेन्द्र सागर

कुंवरगांव।थाना क्षेत्र के कई गांव में मिटटी का अवैध खनन का कारोबार हो रहा हैं वैसे तो जनपद में अवैध खनन का काला कारोबार किसी से छिपा नहीं है।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की सख्ती होने के वाबजूद भी माफिया रात के अंधेरे में स्थानीय थाना पुलिस व नेताओं के संरक्षण में जमकर मिट्टी का खनन का कार्य कर रहे है। खनन माफियाओं के हौसले इस कदर बुलंद हैं हर रोज सैकड़ों ट्राली मिटटी का खनन कर माफिया मोटी कमाई कर रहे हैं।मिटटी का खनन होते समय कोई भी अधिकारी उनको पकड़ने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा हैं।और स्थानीय पुलिस आँखे बंद करके बैठी हैं।
जबकि यूसुफनगर,अहरुइया,कैली , हुसेनपुर ,कसेर ,आदि के गांव के जंगलों में प्रतिदिन सैकड़ों ट्रैक्टर ट्राली से अवैध मिट्टी की ढुलाई की जाती है।अवैध मिटटी खनन का लाखों का काला कारोबार कर मिटटी माफिया हर रोज सैकड़ों ट्रालियां मिटटी बेंच कर काली कमाई कर रहे हैं। इस कारोबार के कारिंदों पर प्रभावी अंकुश न लग पाने से वह बेखौफ होकर पिछले काफी समय से अवैध खनन का कारोबार कर रहे हैं और नियमों को ताक पर रख कर मिट्टी खनन माफियाओं द्वारा किये जा रहे हैं बड़े पैमाने पर अवैध मिटटी  ढुलाई मामले में कोई कार्यवाही नहीं हो रही है। जानकारी के मुताबिक बगैर माइनिंग ओवरलोड वाहन की पंजीयन, बीमा, पॉल्यूशन, फिटनेस, ड्राइविंग लाइसेंस के बिना आसानी से ट्रैक्टर ट्राली पर लदी मिटटी को लेकर सैकड़ों की संख्या में प्रतिदिन ट्रैक्टर ट्राली काम कर रहे हैं।जिससे राजस्व का भी काफी नुकसान हो रहा हैं।स्थानीय पुलिस की इसमें संलिप्तता उजागर हो रही है।
क्षेत्र में मिटटी खनन का न तो कोई पट्टा हैं और न ही कोई परमिशन हैं जिससे पूरे क्षेत्र में अवैध ढंग से मिटटी का खनन हो रहा है।। वैसे अवैध मिटटी खनन को रोकने की जिम्मेदारी पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त रूप से है, पर अवैध मिटटी खनन के कार्य में कुछ पुलिस वालों के द्वारा माफियाओं को शह देने से उनके हौसले और भी बुलंद हो गए हैं।
ऐसा ही मामला हुसैनपुर पर रविवार को देखने को मिला जहां दिन दहाड़े खनन कर मिट्टी लदी ट्रालियां रोड पर फर्राटे भरती हुई जा रही थी ।