पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस लाइन में आयोजित कार्यक्रम में एडीजी रमित शर्मा, आईजी डॉ.राकेश सिंह और एसएसपी अनुराग आर्य समेत अन्य अफसरों ने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए वीरगति प्राप्त करने वाले पुलिसकर्मियों को पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर पुलिस लाइन में परेड का भी आयोजन किया गया। एडीजी, आईजी, एसएसपी और सभी राजपत्रित अधिकारियों व अन्य पुलिसकर्मियों ने शहीद पुलिसकर्मियों को याद कर उन्हें पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। एडीजी रमित शर्मा ने मुख्यमंत्री और डीजीपी के संदेश से सभी पुलिसकर्मियों को अवगत कराते हुए विगत एक वर्ष में कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए शहीद पुलिस अधिकारियों/कर्मचारियों की शौर्य गाथा बताई।


शहीदों के परिवार वालों को किया गया सम्मानित


बरेली में आयोजित इस कार्यक्रम में शहीद पुलिसकर्मियों के परिजनों को सम्मानित किया गया और उनके बलिदान को नमन किया गया। इस अवसर पर पुलिसकर्मियों के साहस और निडरता की सराहना करते हुए उनके अमूल्य योगदान को याद किया गया।कार्यक्रम में बरेली ज़ोन के अपर पुलिस महानिदेशक रमित शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक डॉ. राकेश सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य, एसपी सिटी मानुष पारीक, एसपी देहात मुकेश चंद्र मिश्र, एसपी क्राइम मुकेश कुमार सहित कई पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी उपस्थित रहे।

21 अक्टूबर को मनाया जाता है स्मृति दिवस

21 अक्टूबर 1959 को लद्दाख के हॉट-स्प्रिंग के पास CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) की एक टुकड़ी भारत-तिब्बत सीमा पर नियमित गश्त के लिए निकली थी। उसी दौरान पहले से ही घात लगाकर बैठे चीनी सैनिकों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी । सीआरपीएफ के जवानों ने भी उस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया लेकिन अचानक हुए उस हमले में सीआरपीएफ के 10 जवान शहीद हो गए व सात अन्य जवान घायल हो गए। उसी दिन से उन 10 वीर सीआरपीएफ जवानों की शहादत को याद करते हुए हर साल देश भर में 21 अक्टूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है । हर साल ड्यूटी के दौरान अपनी जान गंवाने वाले और लद्दाख में शहीद हुए वीर पुलिसकर्मियों के बलिदान के सम्मान में हर साल 21 अक्टूबर को “पुलिस स्मृति दिवस” मनाया जाता है ।