शहर के लालफाटक रोड पर सर्वे के दौरान बीडीए के सुपरवाइजरों को बंधक बना पीटने के आरोपित कालोनाइजर के अवैध निर्माणाधीन कालोनी पर सोमवार को बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया गया। प्राधिकरण की कार्रवाई से अन्य कालोनाइजरों में खलबली मच गई।

बरेली विकास प्राधिकरण (बीडीए) के सुपरवाइजर ओमप्रकाश अपने साथी सुपरवाइजर बच्चन वर्मा के साथ शुक्रवार को अवैध निर्माण की रोकथाम के लिए लालफाटक स्थित बद्रीनाथपुरम आकाशवाणी केंद्र के पास भ्रमण कर रहे थे। आरोप है कि भ्रमण के दौरान ही करीब 30 बीघा से अधिक क्षेत्रफल में विकसित की जा रही कालोनी के संबंध में पूछताछ के दौरान कालोनाइजर राजकुमार सिंह व अन्य द्वारा अभद्रता की गई।

प्रकरण में राजकुमार सिंह समेत कई अन्य के नाम प्राथमिकी भी कराई गई। टीम पर हमले के बाद सोमवार को बीडीए के सहायक अभियंता हरीश चौधरी व अन्य अभियंताओं की मौजूदगी में प्रवर्तन दल ने कालोनी को ध्वस्त कर दिया। बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. के अनुसार प्राधिकरण की ओर से बिना मानचित्र स्वीकृति के कालोनी विकसित की जा रही थी। इसकाे लेकर पूर्व में ही नोटिस जारी किया गया था, इसके बाद भी निर्माण कार्य नहीं रोका गया। इस पर सोमवार को प्राधिकरण की ओर से अवैध कालोनी ध्वस्त की गई।

क्या था पूरा मामला..

बारादरी संजयनगर निवासी बीडीए के सुपरवाइजर ओमप्रकाश की ओर से दर्ज रिपोर्ट के मुताबिक घटना चार अक्टूबर दोपहर तीन बजे की है। वह अपने साथी बच्चन वर्मा के साथ कैंट क्षेत्र में हो रहे अवैध निर्माण की रोकथाम के लिए प्रभारी के तौर पर भ्रमण कर रहे थे। इसी दौरान वह बदायूं रोड लाल फाटक पर पहुंचे। जहां पर राजकुमार सिंह बीडीए की बिना स्वीकृति के लगभग 50 बीघा जमीन पर प्लाटिंग कर रहा था। आरोपी एक हजार वर्ग गज पर नौ मीटर ऊंची दीवारों का निर्माण करा रहा था
वह मौके पर पहुंचे और निर्माण को लेकर जानकारी लेने लगे। इस दौरान आरोपी राजकुमार सिंह ने निर्माणधीन कॉलोनी के अंदर बुलाया और गेट बंद करवा दिया। इसके बाद आरोपी ने अपने बेटे व छह अज्ञात लोगों के साथ मिलकर गाली गलौज कर हाथापाई की। इसके एक घंटे बाद आरोपी ने दरवाजा खोलकर भगा दिया। इस मामले में आरोपी के खिलाफ पुलिस जांच में जुटी है। वहीं बीडीए की ओर से कॉलोनीनाइजर को नोटिस भी भेजा गया है, उसके अवैध निर्माण को ध्वस्त करने में बीडीए ने कार्रवाई तेज कर दी है।