यज्ञ,यज्ञीय जीवनशैली, समग्र समस्याओं का समाधान: संजीव
–शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में हुए जिले के 2400 गांवों और कस्बों में गायत्री महायज्ञ
बदायूँ। अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में गृहे-गृहे गायत्री महायज्ञ अभियान के अंतर्गत सूक्ष्म जगत के परिशोधन और कोरोना महामारी और विश्वधरा पर आ रही प्राकृतिक आपदाओं के संकटों के निवारणार्थ जिले के 2400 परिवारों में गायत्री महायज्ञ हुआ।
गायत्री परिवार के संजीव कुमार शर्मा ने कहा कि यज्ञीय ऊर्जा से वायुमंडल में शुद्ध और जीवाणुओं, विषाणुओं का शमन और जीवनी शक्ति का संवर्द्धन होता है। उन्होंने बताया कि शांतिकुंज हरिद्वार के निर्देशानुसार जिले के गांव और कस्बों के 2400 परिवारों में बुद्ध पूर्णिमा पर प्रातः सभी श्रद्धवानों ने कोरोना महामारी और विश्वधरा पर प्राकृतिक आपदाओं के रूप में आ रहे संकटों के निवारणार्थ गृहे-गृहे गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। आत्मीय परिजनों ने अपने अपने घरों में अपने परिवारीजनों के साथ गायत्री महायज्ञ किया।
गायत्री शक्तिपीठ पर सुरेंद्र नाथ शर्मा, माया सक्सेना ने गायत्री महायज्ञ किया। नेकपुर में नत्थूलाल शर्मा, रामचंद्र प्रजापति, खेड़ा नवादा में जिला समंवयक नरेंद्र पाल शर्मा, मनोज मिश्रा, आवास विकास में अनिल प्रकाश गुप्ता, ग्राम दबिहारी में सुखपाल शर्मा, भवेश शर्मा, उसहैत में पंकज कुमार और पवन, औहरामई में संजीव कुमार, अलापुर में रघुनाथ सिंह, श्यामनिवास, यादवपुरी में आर्येंद्र यादव, ललतेश ने गायत्री महायज्ञ किया। इसके अलावा जिले के बमनौसी, बोंदरी, रौली, मौसमपुर, रेवा, ककोड़ा, कादरचैक, लऊआ, गढ़ी, हरेंडी, म्याऊ, सहानपुर, बुटला दौलत, सकरी जंगल, मिहौना, वनगवां, रहमा, धर्मपुर आदि गांवों और कस्बों में गायत्री महायज्ञ हुआ। आत्मीय परिजनों ने विश्व कल्याणार्थ गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र के अलावा कृमि नाशक, कोरोनाजनित रोग निवारणार्थ, आपद्रक्षार्थम आहुतियां यज्ञ भगवान को समर्पित कीं गईं।