रेलवे ट्रैक सुरक्षा एवं अराजक तत्वों की निगरानी के सम्बंध में हुई महत्वपूर्ण बैठक..

सिविल पुलिस/जीआरपी/आरपीएफ के मध्य समन्वय के माध्यम से घटनाओं को रोकने तथा रेलवे मित्र के माध्यम से आमजन को जागरूक करने के दिये गये निर्देश..

बरेली, 05 अक्टूबर। मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता तथा पुलिस महानिरीक्षक परिक्षेत्र बरेली की उपस्थिति में आज कमिश्नरी सभागार में रेलवे ट्रैक सुरक्षा एवं अराजक तत्वों की निगरानी के सम्बंध में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई ।

बैठक में बरेली, बदायूं, पीलीभीत एवं शाहजहांपुर के जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारी वर्जुअल रुप से तथा बरेली जिले के जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य, एडीआरएम राजीव अग्रवाल, आरपीएफ के डिविजनल सिर्क्याटी आफिसर प्रत्यक्ष रूप से उपस्थित रहे।  

मण्डल के समस्त अधिकारियों द्वारा अपने जिले में पड़ने वाले रेलवे ट्रैक तथा रेलवे  स्टबलेशमेंट की सुरक्षा की दृष्टि से किये गये कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा विगत एक वर्ष में क्या-क्या घटनाएं हुईं और उन पर क्या-क्या कार्यवाही की गयी की जानकारी दी गयी।

बैठक में मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि पुलिस/प्रशासन/ जीआरपी/आरपीएफ का एक व्हाट्सएप ग्रुप बनाया जाये, जिससे घटनाओं की जानकारी तत्काल प्रभाव से सभी को हो सके और यथाशीघ्र सुरक्षात्मक/बचाव कार्य किया जा सके। बदायूं की तर्ज पर अन्य जिलों में भी रेलवे मित्र चिन्हित किये जायें और उनके माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाये। रेलवे क्रॉसिंग/ट्रैक आदि पर जहां सम्भव हों सीसीटीवी कैमरे लगवाने का कार्य किया जाये। रेलवे ट्रैक पर पैट्रोलिंग बढ़ाई जाये, रेलवे ट्रैक के निकटवर्ती ग्रामों में लोगों को जागरूक किया जाये कि ट्रेनों पर पत्थर आदि ना फेंके जायें इससे दूसरे की जान जोखिम में पड़ती है। रेलवे ट्रैक की सुरक्षा हेतु बनी हुई दीवारे यदि टूट गयी है तो उन्हें सही करवाया जाये। आरपीएफ के डिविजल सिर्क्याटी आफीसर को रेलवे एरिया की मैपिंग कराकर सिविल पुलिस को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये, जिससे कोई भी घटना होने की स्थिति में किसके द्वारा कार्यवाही की जायेगी इसको लेकर भ्रम ना रहे।

बैठक में पुलिस महानिरीक्षक परिक्षेत्र बरेली ने निर्देश दिये गये कि सिविल पुलिस/जीआरपी/आरपीएफ द्वारा रेलवे सुरक्षा के अहित में होने वाली घटनाओं से निपटने के लिये आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। रेलवे ट्रैक के निकटतम स्थित गांवों के लोगों की मीटिंग बुलाकर उन्हें समझाया जाये, इसी प्रकार रेलवे ट्रैक के निकट स्थित विद्यालयों के प्रधानाचार्यों से बातकर छात्र/छात्रों को भी समझाया जाये। सिविल पुलिस अपने क्षेत्र में पड़ने वाले रेलवे में होने वाली घटनाओं में अधिक से अधिक मुकदमे दर्ज करें, जिससे अराजक तत्वों को स्पष्ट संदेश जाये कि गलत चीजों के साथ सख्ती से निपटा जायेगा।

आरपीएफ के डिविजनल सिर्क्याटी आफिसर द्वारा जानकारी दी गयी कि सुरक्षा की दृष्टि से सुरक्षित रेलवे अभियान चलाया जा रहा है, जिसके अन्तर्गत रेल मित्र, ट्रैक मैन, स्टेशन मास्टर आदि का व्हाट्सअप ग्रुप बनाकर समन्वय स्थापित किया जा रहा है।

एडीआरएम इज्जतनगर द्वारा रेलवे की चारदीवारी के आस-पास अतिक्रमण बढ़ने, रेलवे ट्रैक किनारे बसी बस्तियों से मानव व जानवरों का अधिकांशतः ट्रैकों पर घूमना जिससे दुर्घटना की सम्भवना बढ़ जाने के बारे में जानकारी दी।