पर्यावरण,वृक्षारोपण,गंगा समिति की हुई बैठक..
शहर में जगह-जगह बायो मेडिकल वेस्ट के पहले होने से जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त की कहा कि निस्तारण करने वाली एजेन्सी के एग्रीमेन्ट प्राइवेट अस्पतालों साथ है अथवा नहीं इसका परीक्षण कर आगामी बैठक में प्रस्तुत करने एजेन्सी द्वारा निस्तारित किये जा रहे वायो मेडिकल वेस्ट का भी समय-समय पर सत्यापन किये जाने के निर्देश दिये..
रामगंगा नदी के किनारे चौबारी घाट पर आम जनमानस हेतु विकसित की जा सकने वाली सुविधाओं हेतु स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही करने के दिये निर्देश
बरेली, 30 सितम्बर। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति/जिला वृक्षारोपण समिति/जिला गंगा समिति की बैठक विकास भवन स्थित सभागार हुई।
जिला पर्यावरण समिति की बैठक में नगर स्वास्थ्य अधिकारी नगर निगम को निर्देश दिये गये कि नगर क्षेत्र के मुख्य प्रवेश द्वारों पर जगह-जगह ठोस अपशिष्ट व मरे हुये पशुओं के अवशेष लोगों द्वारा फेंका जा रहा है, आगमी बैठक तक इस स्थान को साफ कराकर पौधारोपण करा दिया जायें और स्थल पर सी०सी०टी०वी० कैमरे इस्टॉल किये जाये तथा नोटिस बोर्ड भी लगाया जाये। नगर निकायों द्वारा प्लास्टिक जब्तीकरण कर जुर्माने की कार्यवाही को और बढ़ाया जाये। मुख्य चिकित्साधिकारी व क्षेत्रीय अधिकारी उ०प्र० प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को निर्देश दिये गये कि बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण करने वाली एजेन्सी के एग्रीमेन्ट प्राइवेट अस्पतालों साथ है अथवा नहीं इसका परीक्षण कर आगामी बैठक में प्रस्तुत करें। साथ ही एजेन्सी द्वारा निस्तारित किये जा रहे वायो मेडिकल वेस्ट का भी समय-समय पर सत्यापन किया जाये। परसाखेड़ा/सी०बी० गंज नालों के पानी का सैम्पल का परीक्षण कराकर समिति को अवगत करायें साथ ही नगर निगम को निर्देशित किया गया कि सी०बी० गंज क्षेत्र में चौक हो रहे नाले की सफाई करायी जाये। अधिशासी अभियंता बाढ़ खण्ड को निर्देश दिये गये कि 02 ड्रेन्स नकटिया व देवरनियां की सफाई से पूर्व की स्थिति व सफाई के पश्चात की स्थिति की बुकलेट आगामी बैठक में प्रस्तुत की जाये। अधिशासी अभियंता उ०प्र० जल निगम ग्रामीण/शहरी को निर्देश दिये गये कि नगर क्षेत्र में कुल चिन्हित नालों से कितना डिस्चार्ज होता है तथा आगामी 10 वर्षों में कितना डिस्चार्ज हो सकता है, को Justify करते हुये रिपोर्ट आगामी बैठक में प्रस्तुत की जाये।
रोपित पौधों के सापेक्ष जो पौधे मृत/नष्ट हो गये हैं उनके स्थान पर नये स्वस्थ्य पौधे रोपित किये जायेंगे..
वृक्षारोपण के सम्बन्ध में प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा वर्ष-2024 के वृक्षारोपण लक्ष्यों की शतप्रशित की जा चुकी है। अतः अब समस्त विभाग रोपित किये गये पौधों की सुरक्षा, निराई-गुड़ाई व सिंचाई की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके अतिरिक्त पूर्व के वर्ष-2023 में रोपित पौधों के सापेक्ष जो पौधे मृत/नष्ट हो गये हैं उनके स्थान पर नये स्वस्थ्य पौधे रोपित कर दिये जायें, जिससे कि मानक के अनुरूप जीवितता प्रतिशत सुनिश्चित हो सकें।
गंगा के किनारे लगेंगे आयुर्वेदिक पौधे जिलाधिकारी ने दिये निर्देश..
जिला गंगा समिति की बैठक में अधिशासी अभियंता बाढ़ खण्ड को निर्देश दिये गये राजस्व विभाग से समन्वय स्थापित करते हुये रामगंगा नदी के किनारे सम्पर्क मार्ग के आस-पास 10-20 एकड़ का एक पैच चिन्हित कर लिया जाये, जिसमें मनरेगा से गड्ढा खुदान कर आयुर्वेद से सम्बन्धित पौधों का रोपण किया जा सकें। जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देश दिये गये कि रामगंगा नदी के किनारे चौबारी घाट पर आम जनमानस हेतु विकसित की जा सकने वाली सुविधाओं हेतु स्थलीय निरीक्षण कर आवश्यक कार्यवाही की जायें। प्रभागीय वनाधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि गंगा नदी को अविरल व निर्मल बनाने में जन-जागरूकता व सहभागिता बढ़ाने के उद्देश्य से दिनाक 17-09-2024 से 01-10-2024 तक ‘‘स्वच्छता ही सेवा अभियान एवं दिनांक 02-10-2024 को स्वच्छता दिवस पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन कराये जाने हेतु राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन, नई दिल्ली द्वारा ‘‘स्वच्छता ही सेवा अभियान तथा स्वच्छता दिवस मनाये जाने के निर्देश दिये गये है। कार्यक्रम अन्तर्गत निम्नलिखित गतिविधियां प्रस्तावित है जैसे श्रमदान, स्वच्छता अभियान, गंगा शपथ, प्रभातफेरी, नुक्कड़ नाटक, प्रतियोगितायें आदि। मुख्य कार्यकम दिनांक 02 अक्टूबर 2024 को रामगंगा चौबारी घाट पर वन विभाग द्वारा आयोजित कराया जायेगा, जिसमें गंगा स्वच्छता सफाई, श्रमदान, संगोष्ठी, प्रदर्शनी, गंगा आरती व प्रसाद वितरण कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा, जिसमें सभी अधिकारियों को आमंत्रित किया गया।