बदायूं। जिला अस्पताल में सुरक्षा की दृष्टि सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। मगर सुरक्षा के बजाए गार्ड मरीजों व तीमारदारों से झगड़ा कर रहे हैं। सीएमएस डॉ कप्तान सिंह यादव कहना है कि गार्ड सुरक्षा के लिए लगाए गए हैं मेरे द्वारा सुरक्षा गार्डों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं अगर कोई उल्टा बोले तो उल्टी भाषा में ही जवाब देना है फिर चाहे वह डॉक्टर,स्टाफ मरीज तीमारदार क्यों न हो ।

बुधवार को एक तीमारदार अपने मरीज को ऑटो में बैठाकर इमरजेंसी की तरफ ले जा रहा था। इधर इमरजेंसी से पहले बैरियर लगाया गया है जिससे एंबुलेंस मरीज के अलावा अन्य कोई वाहन नही जाए। वहीं एक मरीज की हालत गंभीर थी वहां तैनात सुरक्षा गार्ड नत्थू सिंह ने बैरियर खोलने से मना कर दिया।
जबकि तीमारदार ने अपने मरीज की तबीयत ज़्यादा खराब होने की बात कही लेकिन गार्ड नही माना और तीमारदारों से झगड़ा करने पर आमादा हो गया। देखते देखते ही वहां हंगामा खड़ा हो गया। शोर शराबा सुनकर सिक्योरिटी गार्ड के कमांडर राजकमल सिंह मौके पर पहुंचे तब तक तीमारदार मरीज को पैदल लेकर इमरजेंसी में पहुंच गया। वहां खड़े कुछ लोगों ने गार्ड की इस कार्य प्रणाली पर सवाल किया तो उनसे भी झगड़ा करने पर आमादा हो गया हालांकि कमांडर ने उसे चेतावनी देते हुए सही काम करने को कहा फिर जाकर मामला शांत हुआ।

भाजपा नेता से हुई सुरक्षा गार्ड्स की नोंक झोंक

इधर सोमवार की रात एक भाजपा नेता अपनी गाड़ी से मरीज को लेकर पहुंचे उसी समय भी यह गार्ड नत्थू सिंह वहां पर तैनात था उन्होंने मरीज का बीमार होने का हवाला दिया फिर भी गार्ड ने उनकी गाड़ी इमरजेंसी के अंदर नहीं जाने दी बाद में मेडिकल ऑफिसर ने भी इसका विरोध किया उसके बाद भी जिम्मेदारों ने इसकी सुध नहीं ली। हालांकि भाजपा नेता का नोकझोंक का मामला सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है और अस्पताल के जिम्मेदार कुछ बड़े नेताओं के रडार पर आ गए हैं।

सीएमएस बोले हमने दी है गार्डों को अभद्रता की छूट

शिकायत करने पर सीएमएस डॉ कप्तान सिंह यादव ने कहा कि हमने गार्डों को निर्देश दिए हैं कि जो अभद्रता करे उसके साथ अभद्रता से पेश आना हमने उन्हें इस बात की खुली छूट दी हैं फिर चाहें डॉक्टर हो कर्मचारी या मरीज तीमारदार क्यों न हो। जिला अस्पताल में तैनात सुरक्षा गार्ड कई दिन से लगातार हंगामा खड़ा कर रहे हैं।