बदायूं। उप्र राजकीय सिविल पेंशनर्स परिषद के जनक का जन्म दिवस और परिषद का स्थापना दिवस संयुक्त रूप से धूमधाम से मनाया गया।
परिषद के संस्थापक स्वर्गीय त्रिपुरारी शरन का जन्मोत्सव और स्थापना दिवस अध्यक्ष प्यारे सिंह यादव” शिशु” की अध्यक्षता में सोमवार को स्काउट भवन में मनाया।
कार्यक्रम में 75 वर्ष से अधिक आयु के पेंशनर्स कांता प्रसाद राठोर, राम स्वरूप, भुवनेश सिंह एवं गंगा सिंह पाल को प्रतीक चिन्ह छाता साल टॉर्च देकर एवं माल्यार्पण करके सम्मानित किया उसके साथ ही दो मेधावी छात्र हर्ष चतुर्वेदी और छात्रा प्रगति शर्मा प्रतिभा मान दो स्काउट गाइड को सम्मानित किया गया।
भारत स्काउट एबं गाइड के प्रदेश उपाध्यक्ष महेशचंद्र सक्सेना मुख्य अतिथी के रूप में उपस्थित रहे तथा उन्होंने कहा कि स्काउट एबं गाइड संस्था निश्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर रही है ।उन्होंने कहा किसी संस्था को उच्च शिखर पर ले जाने के लिए पदाधिकारियों का ईमानदार होना अनिवार्य है ।
चंदौसी से पधारे सर्व समाज जागरूकता अभियान के राष्ट्रीय संयोजक एबं ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कवि माधव मिश्र विशिष्ट अतिथी का कर्मचारी नेता इं प्रमोद कुमार शर्मा एवं कर्मचारी नेता मोहन स्वरूप गुप्ता ने वैज लगाकर और माला पहनाते हुए अंग वस्त्र शाल उड़ाकर सम्मानित किया।
विशिष्ट अतिथी कवि माधव मिश्र ने कहा कर्मचारी लगभग 40 वर्ष राजकीय सेवा उपरांत पेंशन का हक़दार होता है।पेंशन ही बुढ़ापे की लाठी है।
राज नेता बिभिन्न प्रकार की पेंशन पाते हें।कर्मचारी को पेंशन नहीं तो राज नेताओं को पेंशन नहीं अर्थात इन नेतओं की पेंशन का बहिष्कार करना होगा।
इसके पश्चात बिसौली से पधारे ब्राह्मण समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष कवि माधव मिश्रा को प्रमोद शर्मा एवं मोहन स्वरूप गुप्ता ने माल्यार्पण कर एवं सोल उड़ाकर सम्मानित किया।
वह कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि रहे भारत स्काउट एवं गाइड से प्रदेश उपाध्यक्ष महेश चंद्र सक्सेना जी का मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे तथा उन्होंने कहा कि स्काउट एवं गाइड संस्था निस्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर रही है किसी भी संस्था को उच्च शिखर पर ले जाने के लिए पदाधिकारी का ईमानदार होनाअनिवार्य है
उक्त कार्यक्रम में मोहन स्वरूप गुप्ता ने कहा अच्छा नेता मार्ग बनाते हैं और महान नेता रहा दिखता है परिषद के उपाध्यक्ष एवं मीडिया प्रभारी डीके गुप्ता ने अवगत कराया पेंशन परिषद के संस्थापक स्वरूप त्रिपुरारी शरण जी के वन चरित्र पर प्रकाश डाला एवं उनका कर्मठ संघर्षील एवं प्रतिभाशाली मां व्यक्ति का धनी बताया
एवं पेशंस के सम जीवन यापन के लिए किए गए योगदान को भूत फलीभूति प्रशंसा की पर वरिष्ठ भाव एवं समीक्षा के एवं परिषद के संस्कृत उपाध्यक्ष महेश मिश्रा सरस्वती वदन स्वागत गण तथा स्वर्गीय त्रिपुरारी का शरण जी का श्रद्धांजलि गीत प्रस्तुत किया।कार्यकाल में बृजेश चौहान के अपने गीतों की प्रस्तुति से सब का मन मोह लिया परिषद के कोषाध्यक्ष गुलाब सिंह राठौड़ द्वारा सभी को जलपान की व्यवस्था की गई। कार्यक्रम में परिषद के संरक्षण सुरेश चंद सक्सेना ओपी शर्मा भीमसेन सागर के साथ ही परिषद के कार्यवाहक महामंत्री सुजान सिंह राठौड़ ,रविंद्र सिंह, अध्यक्ष मोहन सक्सेना, महेंद्र सिंह यादव, आचार्य प्रताप सिंह, ओम शंकर शर्मा, प्यारेलाल,कृष्ण गुप्ता ,धर्मदास शर्मा, गयादीन मौर्य ,भगवान लाल ,यतीश मोहन गुप्ता ,डॉक्टर हकीम सिंह ,आदि उपस्थित रहे ।कार्यक्रम का सफल संचालक परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष संतोष कुमार शर्मा ने किया।