In Chandausi, district Sambhal, merchant classes of Kovid 19 guide line are flying
पुलिस प्रशासन के साथ खेल रहे हैं आँख मिचौली का खेल।
ऐसी आपदा में भी ” चूहा भाग बिल्ली आई” की चल रहे हैं चाल।
कोरोना एक वैश्विक महामारी है जिस की त्रासदी से देश ही नही वरन् पूरे विश्व में हा हाकार मचा हुआ है।
ऐसे में भारत जैसा विशाल देश जोकि पूरे विश्व की लगभग एक चौथाई जनसंख्या के जीवन यापन की जिम्मेवारी संभाल रहा है।इन विषम परिस्थितियों में शासन प्रशासन के साथ प्रत्येक नागरिक का भी फर्ज बनता है कि वह जनहित में चलाए जा रही शासन प्रशासन की नीतियों के अनुपालन में अपने कर्तव्यों का भी तन मन धन से निर्वहन करें तभी कोरोना रूपी राक्षस को मात देने में देश पूरी तरह समर्थ हो सकेगा और जीवन रूपी गाड़ी को पुनः पूर्व की भाँति पटरी पर लाने में सफलता मिल सकेगी ।
लेकिन बताते चले कि जनपद सम्भल अन्तर्गत व्यापारिक नगरी चन्दौसी के ज्यादातर पढे लिखे शिक्षित व्यापारी वर्ग कोरोना महामारी की विनाशक तस्वीर को नज़र अंदाज कर सिर्फ अपनी कमाई के चक्कर में प्रतिष्ठानों को खोलकर पुलिस प्रशासन के साथ ऑख मिचौली का खेल खेलकर नोटों के चट्टे लगाने में अहम् भागीदारी निभाने को समझदारी मान कर शासन की कोरोना को मात देने हेतु बनाई गई कोविड 19 गाइड लाइन गाइन के साधक न बन कर रोड़ा सिद्ध हो रहे हैं विदित हो कि शासन ने मेडिकल व कुछ अन्य आवश्यक वस्तु दुकानों को पूर्व की भांति खोलने की छूट देते हुए कुछ प्रतिष्ठानों को खुलने की समय सीमा निर्धारित कर जिसकी गाइड लाइन शासन द्वारा पूर्व में जारी की जा चुकी है, के आधार पर महामारी से जल्द निजात वास्ते कोरोना कर्फ्यू के आदेश जारी किए हुए हैं।
ऐसे में चन्दौसी नगरी के व्यापारी वर्ग की हठधर्मिता से पुलिस प्रशासन टीम प्रतिदिन गाइड लाइन की अनदेखी करते खुली दुकानों को बन्द कराने गश्त करते रहते हैं वहीं दूकानदार बन्धु भी मोबाइल से पुलिस गश्त की लोकेशन एक दूसरे मोहल्ले को देते हुए दूकाने खोलते और बन्द करते रहते हैं कि पुलिस किस क्षेत्र में है।
आखिर “चूहा भाग बिल्ली आई” के खेल से कोरोना की लड़ाई कैसे लड़ी जाएगी समझ से परे है।
संभल से कपिल अग्रवाल और दिलीप सक्सेना के साथ प्रमोद यादव की रिपोर्ट