भेड़िए के हमले से महिला घायल

बरेली। बहेड़ी थाना क्षेत्र में बीते दिन मंसूरपुर गांव में भेड़िये के हमले में खबरों के बाद आज जसाई नागर में एक महिला के भेड़िए के हमले में घायल होने की खबर है। बताया जाता है कि महारानी नाम की महिला सुबह गांव के खेत पर गई थी जहां उस पर भेड़िए ने हमला कर दिया। बताया यह भी जा रहा भेड़िए अन्य दो महिलाओं पर हमला किया है।हालांकि अभी तक यह घटना भेड़िए के हमले और ना हमले में फंसी हुई है। बीते दिन भी हमले में तीन लोगों के घायल होने की खबर आई थी जिसमें भेड़िया के हमले की बात को वनविभाग ने नकारते हुए कब्र बिज्जू के हमले की संभावना जताई थी।

बीते इन मंसूरपुर में ग्रामीणों के घायल होने की सूचना पर वन विभाग ने कई गांवों में जाकर दौरा किया ।टीम ने खेतों में वन्य जीवों के पग चिह्न की जांच करने के साथ ग्रामीणों से भी बातचीत की उनको कई वन्य जीवों के फोटो दिखाए इस दौरान कब्र बिज्जू का हमला होने की बात सामने आई है। बता दें कि बीते दिन बहेड़ी तहसील के मंसूरगंज के बीच बह रही दौरा नदी के पास खेत में भिंडी तोड़ रहींवे महिला और उसके पति पर किसी जानवर ने हमला कर दिया जिसमें दोनों घायल हो गये और वहां शोर मच गया कि भेड़िया ने हमला कर दिया ।मामले की जानकारी वन विभाग को दी गई सूचना पर मौके पर वन विभाग की टीम पहुँची और मामले की जांच पड़ताल में जुट गई हालांकि जांच के दौरान कहीं भी भेड़िये के पगचिह्न नहीं मिले है शाम से आधी रात तक ग्रामीणों के साथ जंगल में जांच की गई लेकिन वहां कोई भेड़िया नहीं दिखा लेकिन सीमाएं तराई बेल्ट से लगी हुई है ऐसे में अधिकारी अन्य किसी वन्य जीव के होने की संभावना से भी इनकार नहीं कर रहे इसको देखते हुए गांवों में 24 घंटे निगरानी के लिए टीमों को तैनात कर दिया गया है।

वही प्रभागीय वन अधिकारी ने दीक्षा भंडारी ने बताया कि बहेड़ी के मंसूरगंज गांव से वन कर्मियों को सूचना मिली थी किसी जानवर ने पति पत्नी पर हमला किया है ।वन अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर घायलों से बात की उन लोगों को जानवरों की फोटो दिखाए गए लेकिन भेड़िए की पुष्टि नहीं हुई ।उन्होंने कब्र बिज्जू की फोटो देखकर कहा कि इस तरह का जानवर था फिर भी जंगलों में बाउंड्री ना होने की कारण जानवरों का आना-जाना लगा रहता है अभी तक जांच में भेड़िए की किसी प्रकार की पुष्टि नहीं हुई है। उनकी ग्रामीणों से अपील की है आसपास के लोग ग्रुप बनाकर रहे । आवाज करते हुए जंगल अकेले ना जाएं, कई जगह पर पिंजरे लगाने की भी परमिशन मांगी गई है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि वह किसी अफवाह में न आएं टीमें लगातार निगरानी कर रही कैमरे और लाइट्स लगाई गई हैं।