पीलीभीत में “निर्यातक जागरूकर्ता कार्यक्रम” जे०पी० होटल, पीलीभीत में हुआ आयोजित, जिसमें बरेली मण्डल के चार जनपद पीलीभीत, बरेली, बदायूं एवम शाहजहाँपुर के लगभग 200 उद्यमी हुए शामिल..

कार्यक्रम का संचालन केंद्रीय राज्यमंत्री, भारत सरकार जितिन प्रसाद जी की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत केंद्रीय राज्यमंत्री द्वारा APEDA (Agricultural and Processed Food Products Export Development Authority) के सहयोग से 1200 कि०ग्रा० सब्जियों से भरी हुयी गाड़ी को हरी झंडी दिखाकर रवाना कर जनपद से सीधे निर्यात की शुरूआत की गयी। रवाना की गयी गाड़ी पहले लखनऊ के लिए रवाना की गयी वहाँ से APEDA के सहयोग से मधुजंसा फेड फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, वाराणसी उत्तर प्रदेश द्वारा उसे दुबई भेजा जायेगा।

पीलीभीत के महफ फेड फार्मर प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड को निर्यात लाइसेन्स किया गया प्रदान..

इस अवसर पर मंत्री द्वारा जनपद पीलीभीत के महफ फेड फार्मर प्रोडयूसर कंपनी लिमिटेड को निर्यात लाइसेन्स भी प्रदान किया गया। यह जनपद पीलीभीत के लिए ऐतिहासिक क्षण है कि राज्यमंत्री के मार्गदर्शन में एवं APEDA के सहयोग से जनपद पीलीभीत भी फल सब्जियों हेतु निर्यात की सूची में अपना नाम दर्ज करा चुका है। अब पीलीभीत के किसानों को निर्यात की सीधी सुविधा प्रारम्भ कर दी गयी है निकट भविष्य में अन्य FPO को भी इसमें जोडा जायेगा। इससे न केवल किसान की आय बढ़ेगी अपितु क्षेत्र के विकास को भी मदद मिलेगी।

उक्त के उपरान्त केंद्रीय राज्यमंत्री द्वारा सभी स्टॉलों का निरीक्षण किया गया एवं मण्डल में बन रहे उत्पाद जैसे-जरी, पाइप, जलकुंभी, बांसुरी, मिन्ट इत्यादि का निरीक्षण करते हुए उद्यमियों की प्रशंसा की गयी। केंद्रीय राज्यमंत्री जी के आगमन के उपरान्त दीप प्रजज्वलन के माध्यम से “निर्यात जागरूकता कार्यकम” का शुभारम्भ किया गया।

मण्डलायुक्त सौम्या अग्रवाल द्वारा मण्डल में निर्यात की सम्भावनाओं पर डाला गया प्रकाश..

इस अवसर पर केंद्रीय राज्यमंत्री जितिन प्रसाद जी ने निर्यात में आने वाली बाधाओं की पहचान करके तथा क्षेत्र में निर्यात को बढ़ावा देकर वैश्विक अवसरों को खोलने के लिए स्थानीय शक्तियों का लाभ उठाने के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने मौजूदा निर्यातकों से अपने निर्यात को बढ़ाने हेतु आह्वान किया गया तथा नये उद्यमियों को निर्यात हेतु आगे आने के लिए प्रोत्साहित किया। इस कार्यक्रम का आयोजन विशेष रूप से मण्डल की निर्यात हेतु असीम सम्भावनाओं को धरातल पर लाने हेतु किया गया था। इसका उद्देश्य नए और संभावित निर्यातकों को विदेशी व्यापार के लिए आवश्यक ज्ञान और उपकरणों से लैस करके एम०एस०एम०ई० को वैश्विक बाजारों पर विजय प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाना था। कार्यक्रम में एम०एस०एम०ई० निर्यात की सफलता के लिए महत्वपूर्ण क्षेत्रों को शामिल किया गया, जिसमें निर्यात नीतियों और प्रक्रियांए, बाजार, अनुसंधान और पहचान ई-कॉमर्स और डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियाँ, लॉजिस्टिक और आपूर्ति श्रृंखला प्रबंधन और वित्तपोषण विकल्प और जोखिम प्रबंधन शामिल है।

कार्यक्रम में निर्यातको की सफलता की कहानियों, मेंथा तेल की खेती और निर्यात की सम्भावनाओं भारत सरकार की निर्यात प्रोत्साहन योजनाओं, कृषि, कालीन और दरी में निर्यात प्रोत्साहन पहलों आदि पर चर्चा की गयी। निर्यात उत्पादों के शिपमेंट के लिए लॉजिस्टिक के बारे में उद्योगों को जागरूक करने के लिए ई-कॉमर्स सत्र में डाक विभाग के डाक घर निर्यात केन्द्र, डी०एच०एल०, अमेज़न से विषय विषेशज्ञों द्वारा अपने विचार प्रस्तुत किये गये। बैंक और व्यापार विदेशी मुद्रा (FOREX) सेवाओं पर एक सत्र भी आयोजित किया गया जिसमें निर्यातकों को उपलब्ध वित्तीय सेवाओं के बारे में बताया गया।

इसमें भारतीय निर्यात ऋण गांरटी निगम (ई०सी०जी०सी०), आई०सी०आई०सी० बैंक और एक्जिम बैंक के वक्ता शामिल थे। इस कार्यक्रम के अन्त में श्लोक भारद्वाज, अपर सचिव (डिप्टी डी०जी०) वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार ने सभी अधिकारियों एवं उद्यमियों का धन्यवाद दिया एवं यह विश्वास दिलाया यदि निर्यातक को कोई भी समस्या आयेगी, तो वाणिज्य विभाग, भारत सरकार की ओर से पूर्ण सहयोग किया जायेगा। इस कार्यकम की तैयारियों हेतु दो माह से श्लोक भारद्वाज़, अपर सचिव (डिप्टी डी०जी०), वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा आत्मदेव शर्मा, सहायक आयुक्त उद्योग, पीलीभीत से निरन्तर संपर्क स्थापित किया हुआ था जिससे कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्ण हो सके।