बदायूँ : 25 जुलाई मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार ने जानकारी देते हुए अवगत कराया कि लॉजिस्टिक सेक्टर में विकास की उभरती हुयी संभावनाओं व वृद्धि के दृष्टिगत मार्ग यातायात के माध्यम से माल परिवहन की आवश्यकता में निरंतर वृद्धि हो रही है। नमक्कल ट्रांसपोर्टर ट्रेनिंग अकादमी (तमिलनाडु) द्वारा ओवर डायमेशनल कार्गाें के चालान हेतु भारी वाहन चालकों को प्रशिक्षित करने तथा प्रशिक्षण के उपरान्त 01 वर्ष तक सेवायोजन (इम्प्लायमेंट) का प्रस्ताव दिया गया है।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षणार्थियों का अर्हताधारक होना आवश्यक है जिसमें भारी वाहन चालन हेतु वैध ड्राइविंग लाइसेंस, भारी वाहन चलाने का कम से कम लगातार 2 वर्ष का अनुभव, 40 फीट लम्बे वाहन चलाने का कम में कम 2 वर्ष का अनुभव होना चाहिए।
उन्होंने बताया कि इस आवासीय प्रशिक्षण की अवधि 10 दिन होगी तथा प्रशिक्षण में सुरक्षा प्रोटोकॉल और जोखिम प्रबंधन, ओवर डायमेंशनल कार्गो का परिचय, रूट प्लानिंग और नेविगेशन, उपकरण और वाहन रखरखाव, संचार दस्तावेज़ीकरण व व्यावहारिक ड्राइविंग कौशल पर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण प्रदाता संस्था द्वारा प्रशिक्षण सत्र पूर्ण होने पर समस्त प्रशिक्षित वाहन चालकों को प्रतिष्ठान में ही एक वर्ष तक के लिए रोजगार उपलब्ध कराया जायेगा। यह एक सुनिश्चित रोजगार परक पहल है। वाहन चालक प्रशिक्षणार्थियों के लिए प्रशिक्षण, भोजन व अवस्थान पर होने वाला समस्त व्यय उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन द्वारा वहन किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के निदेशक द्वारा प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को पत्र प्रेषित कर ओवर डाइमेंशनल कार्गो के चालन हेतु इच्छुक अर्हताधारी 10 भारी वाहन चालकों का चयन कर उनका सम्पूर्ण विवरण उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन को एक सप्ताह में उपलब्ध कराने के लिए कहा है।