आहट होने पर गौमांस व एक गाय को पेड़ से बंधा छोड़ भागे गौ तस्कर

पुलिस ने जेसीबी से जमीन में दबाए अवशेष
गौकशी की घटना पर पर्दा डालने में जुटी रही पुलिस

एक हफ्ते पहले ही एसएसआई के पद से नवागत थानाध्यक्ष से संभाला है चार्ज

कुंवर गांव ।बीती रात थाना क्षेत्र के दो गांवों के जंगल में एक निजी नलकूप के पास खुले मैदान में गौतस्करों ने प्रतिबंधित गौवंशीय पशु का वध कर दिया वहीं दूसरी गाय वध करने के लिए पेड़ से बंधी हुई थी।कि रात में आहट होने पर गौतस्कर मौके पर छुरी, फट्टा, पैकिंग का सामान थैली आदि व एक गाय को पेड़ से बंधी हुई छोड़ गए । शनिवार सुबह ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने पेड़ से बंधी हुई गाय को जंगल में छोड़ दिया और अवशेषों को जेसीबी मशीन द्वारा जमीन दबा दिया ।


बीती रात थाना क्षेत्र के गांव इमलिया व लाही के बीच जंगल में समीर के निजी नलकूप के पास गौतस्कर एक प्रतिबंधित गाय का वध कर गौमांस को थैलियों में पैक कर रहे थे वहीं दूसरी गाय वध करने के लिए गौतस्करों ने पड़े से बांध रखी थी कि रात्रि में आहट होने पर गौतस्कर छुरी , फट्टा , पैकिंग की थैली , अन्य उपकरण व एक गाय को पेड़ से बंधा छोड़ मौके से भाग गए शनिवार सुबह ग्रामीण जब खेतों की तरफ पहुंचे जहां उन्होंने पेड़ से बंधी हुई एक गाय व खाली खेत में पड़े गौवंशीय पशुओं के अवशेष देखे जिन्हें चील कौवे नोच खा रहे थे ।यह नजारा देख ग्रामीणों में आक्रोश फैल गया । ग्रामीणों का कहना है कि गौकशी की घटना को फुर्सत में अंजाम दिया गया है खुले मैदान में गौकशी करना गौतस्करों में पुलिस का कोई डर नहीं है । मौके पर ग्रामीणों की काफी संख्या में भीड़ इकट्ठी हो गई । ग्रामीणों ने पुलिस को सूचना दी । जहां मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को दबाने का प्रयास किया और ग्रामीणों को चुप रहने के लिए कहा तब तक ग्रामीणों ने फोटो वीडियो बनाकर शोशल मीडिया पर वायरल कर दिए और गौतस्करों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की । पुलिस ने मौके पर बंधी गाय को जंगल में छुड़वा दिया और छुरी फट्टा, अन्य उपकरण कब्जे में लेकर अवशेषों को जेसीबी मशीन द्वारा जमीन में दफन करा दिया गौकशी के पूरे मामले पर पुलिस पर्दा डालने की कोशिश करती दिखी।।एसओ कुंवर गांव के फोन पर जिले से तमाम मीडिया कर्मियों, हिंदू संगठनों के फोन घनघानाने लगे एसओ सभी को मैनेज करने की बात करते दिखाई दिए ।


आपको बता दें कुंवर गांव थाना पहले से ही गौकशी के लिए बदनाम रहा है ।एक वर्ष पहले भी गौकशी की घटना दबाने के लिए पूर्व समय में रहे कुंवर गांव थाना प्रभारी का एक पत्रकार को मैनेज करने का वीडियो शोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था । और मामला कई दिनों तक चर्चाओं में रहा था।
कुंवर गांव थाना प्रभारी रामेंद्र सिंह ने दस दिन पहले ही थाने का चार्ज संभाला है। वह इसी थाने में एसएसआई के पद पर तैनात रहे हैं । और अब उनपर थाने चार्ज है क्षेत्र में गौकशी की घटना चर्चा का विषय बनी हुई है लोग शोशल मीडिया के माध्यम से भी गौतस्करों पर कठोर कार्यवाही की मांग कर रहे हैं। उधर पीपल फॉर एनीमल्स संस्था के अध्यक्ष विकेंद्र शर्मा ने अपने ट्विटर अकाउंट से अधिकारियों को ट्वीट किया है उन्होंने लिखा है कि कप्तान आलोक प्रियदर्शी के ट्रांसफर होने के बाद कुंवर गांव में गौकशी घटना हो गई क्योंकि शुक्रवार को कप्तान आलोक प्रियदर्शी का तबादला फरुखाबाद के लिए हो चुका है ।

इस संबंध में सीओ सिटी आलोक मिश्रा का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है इमलिया के जंगल में गौकशी की घटना को अंजाम दिया गया है अज्ञात में मुकदमा दर्ज किया गया है तीन टीमें काम कर रही हैं एसओजी को भी लगाया है जल्द ही गौतस्करों को पकड़ा जाएगा ।