बीएससी नर्सिंग जीएनएम एएनएम एनए की छात्राएं किसी सरकारी संस्थान में नहीं कर सकती ट्रेनिंग

बदायूँ। जिला महिला अस्पताल में बिना शासनादेश के महिंद्रा कोचिंग की छह एनए की छात्राएं लेबर रूम में ट्रेनिंग कर रही है। जबकि उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा साफ मना किया गया है कि बिना एनओसी के कोई भी सरकारी संस्थान में इस तरह की छात्राएं के लिए कोई भी ट्रेनिंग नहीं कराएगा। जिला महिला अस्पताल के सीएमएस ने शासनादेश को संज्ञान में लेते हुए एक पत्र

लिखा है कि यदि कोई एएनएम जीएनएम बीएससी नर्सिंग एनए छात्राएं जिला महिला अस्पताल में ट्रेनिंग करती हुई पाई गई तो उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और तत्काल प्रभाव से लागू है। उसके बावजूद भी जिम्मेदार लेबर रूम में एनए जीएमएन की छात्राओं से ट्रेनिंग करवा रहें है। उत्तर प्रदेश सरकार के नियमों का जिम्मेदार उल्लंघन कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने एक शासनादेश जारी किया था जिसमें कहा था कि जीएनएम एएनएम एनए की छात्राएं किसी भी सरकारी संस्थान में सरकार की बिना अनुमति के ट्रेनिंग नहीं कर सकती हैं उसके बावजूद भी जिला महिला अस्पताल में एनए जीएनएम की छात्राएं ट्रेनिंग कर रही हैं।
बुधवार के लिए लेबर रूम में एक महिला स्टॉफ तैनात थी बाकी सारे स्टॉफ छुट्टी पर थे। लेबर रूम में आने वाली गर्भवती महिलाओं का सिलसिला जारी रहा। स्टॉफ की कमी होने की वजह से ट्रेनिंग वाली छात्राओं को प्रसव के काम में लगाया गया।


जिससे महिला अस्पताल में प्रसव के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं के लिए काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कारण यह है कि जिन स्टॉफ नर्स के लिए प्रसव के लिए ड्यूटी लगाई गई थी वह छुट्टी पर चली गई हैं इससे प्रसव के लिए आने वाली गर्भवती महिलाओं के लिए निजी अस्पताल में प्रसव कराना मजबूरी बन गई। लेकिन लेबर रूम में पांच गर्भवती महिलाएं भर्ती थी एक स्टाफ नर्स के हवाले पांच गर्भवती महिलाओं का प्रसव एक स्टाफ नर्स ने कराया। कुछ स्टॉफ गायब कुछ ने छुट्टी ले ली।
जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डॉक्टर इंडुकांत वर्मा से फोन के द्वारा संपर्क किया गया तो फोन से संपर्क नहीं हो सका।