प्रशासन की मिलीभगत से मछली खा गए भूमाफिया
बदायूँ । भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के नेतृत्व में मालवीय आवास गृह पर पांचवें दिन निजी तालाब स्वामियों का धरना जारी रहा। निजी तालाब स्वामियों का कहना है कि जब तक हमारा समस्या का समाधान नहीं हो जाता तब तक हम धरना स्थल नहीं छोड़ेंगे चाहे प्राणों का बलिदान देना पड़े। बिसौली तहसील क्षेत्र के गांव वगरैन में प्रशासन ने ग्राम सभा तालाब की गाटा संख्या 1315 क 1315 ख 1689 1320 का नियम विरुद्ध राजस्व संहिता वर्ष 2016 सरकार के नियम का उलंघन करके पट्टा किया गया।10 वर्षीय मछली पालन का पट्टा भूमाफियाओं को 154 बीघा मछली पालन हेतु वर्ष 2016 में किया गया। उसी से सटा हुआ 96 बीघा निजी तालाब गाटा संख्या 1588 ग विलय होने के कारण उसका ना तो सीमांकन कराया गया और ना ही तालाब स्वामियों को मछली का हिस्सा दिया गया। भूमाफियाओं ने ग्राम सभा की जमीन पर 8 वर्षों से कब्जा कर रखा हैं और उसमें घर बनाकर रह रहे हैं।
निजी तालाब स्वामियों ने सुनाई आपबीती-
बिसौली तहसील प्रशासन द्वारा साठगांठ करके निजी तालाब 1588 ग के किनारे 936 पेड़ों को भी प्रशासन ने अपना बताकर विवाद खड़ा कर दिया है। जिसकी लड़ाई वर्ष 2022 से निरंतर लड़ी जा रही है। परंतु प्रशासन झूठी आख्या झूठी रिपोर्ट शासन तक भेजकर सरकार को गुमराह किया जा रहा है।अभिलेखों में निजी तालाब को लेकर 20 जून से तालाब स्वामी किसान धरने पर बैठे हैं।
निजी तालाब स्वामी रामबाबू कश्यप ने कहा कि दो वर्षों से प्रशासन के उच्चाधिकारी धरना प्रदर्शन को झूठे आश्वासन देकर खत्म कराते रहे हैं। अब हम आर-पार की लड़ाई लड़ेंगे।लड़ाई अंतिम दौर तक लडूंगा चाहे मुझे भले ही प्राणों का बलिदान देना पड़े धरना स्थल से खाली हाथ किसी भी कीमत पर घर वापस नहीं जाऊंगा।154 बीघा ग्राम सभा का पट्टा किया है तो ढाई सौ बीघा पर मछली पालन कैसे हो रहा है जन कल्याण समिति चिटफंड समिति है जिस पर दो हेक्टेयर से ज्यादा का पट्टा नही किया जा सकता फिर प्रशासन ने कैसे कर दिया गया। दस हेक्टेयर से ज्यादा तालाब का पट्टा नियम विरुद्ध किया गया है। निजी 96 बीघा तालाब स्वामियों ने 36 लोगों द्वारा शपथ पत्र जिलाधिकारी के लिए अपने आधार कार्ड सहित दिए गए हैं उनका 96 बीघा तालाब मुक्त कराया जाए परंतु प्रशासन 96 बीघा ना तो तालाब मुक्त कर रहा है ना उन्हें मछली पालन का लाभ लेने दे रहा हैं 8 वर्षों से लगातार मछली पालन अवैध तरीके से हो रहा है 36 गरीबों किसानों का हक पर डाका डाला जा रहा है। जबकि जन कल्याण समिति मत्स्य विभाग में मत्स्य पालन हेतु मान्य भी नहीं है फिर भी नियम विरुद्ध बिसौली तहसील प्रशासन भूमाफियाओं को मछली पालन करा रहा है। पांचवें दिन भी तहसील प्रशासन सुध लेने नहीं आया है तालाब स्वामी रामबाबू कश्यप, कमल कश्यप,रामदास कश्यप तिलक ,चंदन कश्यप ने कहा है अब चाहे लखनऊ में धरना लगाना पड़े इससे पीछे नहीं हटेंगे। जिला प्रशासन मुख्यमंत्री के आदेशों की खुलेआम धज्जियां उड़ा रहे हैं।