बदायूँ । बिसौली जिले के अस्पतालों में मरीजों को स्ट्रेचर नहीं मिलने की समस्या दूर होने का नाम नहीं ले रही है। इस संबंध में आए दिन खबरें प्रकाशित हो रही है फिर स्वास्थ्य विभाग सुधारने का नाम नहीं ले रहा है।बिसौली सीएचसी पर आए राजू शर्मा का कहना है मेरे पिता चल नहीं पा रहा थे लेकिन उन्हें स्ट्रेचर नहीं मिला परेशान होकर अपनी पीठ पर बिठाकर ओपीडी कक्ष तक दवाई लेने को सीएचसी पर आए थे। मेरे पिता गंभीर रूप से बीमार थे। उसके बाद काफी देर जमीन पर पड़े रहे वहां पर ना कोई डॉक्टर आया न कोई कर्मचारी जब मीडिया कर्मी पहुंच गए तब जाकर प्राइवेट कर्मचारी ने दवाई दी।
बिसौली सीएचसी पर मरीजों को डॉक्टर और दवाई नसीब नहीं हो रही। सीएमओ दावा कर रहे है कि अस्पताल आने वाले मरीजों की सुविधा के लिए स्ट्रेचर और व्हीलचेयर स्वास्थ्य कर्मी लगाए गए हैं। इसके बाद भी मरीज को स्ट्रेचर ,व्हीलचेयर नसीब नहीं हो रहे हैं। हैं।
मामला बिसौली सीएचसी का है एक बुजुर्ग की हालत गंभीर होने के बाद भी डॉक्टर दवाई नसीब नहीं हुई सीएचसी पर तैनात सीएचसी प्रभारी डॉक्टर पंकज शर्मा आना उचित नही समझते है वह धडल्ले से झोलाछाप डॉक्टर से उगाही कर रहे हैं इधर मरीज घंटों जमीन पर पड़े डॉक्टरों का इंतजार करते रहते हैं ।जिन्हें स्ट्रेचर ,व्हीलचेयर नसीब नहीं हो रहे हैं। हैं। एक गंभीर हालत में बुजर्ग सीएचसी पर दवाई लेने गए थे। जहां कोई भी स्टाफ नजर नहीं आया और उसकी तबीयत ज्यादा
बिगड़ने लगी उसके बाद वह बुजुर्ग जमीन पर गिर पड़े और घंटों जमीन पर पड़े रहे। उनके लिए किसी डॉक्टर ने नहीं देखा नहीं दवाई दी जब वहां मीडिया कर्मी पहुँचे और अस्पताल में मौजूद प्राइवेट कर्मचारी एसी में आराम कर रहा था लेकिन डॉक्टर कहीं नजर नहीं आये तभी मीडिया कर्मी ने बुजर्ग की वीडियो बनाना शुरू कर दी तभी कुछ प्राइवेट कर्मचारी आये उसने दवाई दी लेकिन बुजर्ग को स्ट्रेचर व्हीलचेयर फिर भी नसीब में नहीं हुआ । सीएससी प्रभारी कर्मचारी सरकार की खुलेआम धज्जियां उड़ाते नजर आ रहे हैं। इस संबंध में सीएमओ से फोन से संपर्क किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।