बहरोड़। नगर परिषद में फल-सब्जी रेहड़ी संचालकों से अवैध वूसली करने का मामला सामने आया है। जिसके विरोध में बुधवार को सब्जी और फल विक्रेताओं ने अपना काम बन्द रखा और विरोध प्रदर्षन किया और एसडीएम के नाम तहसीलदार अभिषेक यादव को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में कहा गया है कि हम काफी वर्षाे से बहरोड़ ओवर ब्रिज और शहर के मुख्य मार्गाे पर फल व सब्जी की रेहड़ी लगाकर अपने परिवार को पालन-पोषण कर रहे हैं। अब से पूर्व कभी भी नगर परिषद बहरोड़ द्वारा हमसे कोई वसूली नहीं ली गई। अब परिषद द्वारा प्रतिदिन 40 से 50 रूपये की रसीद काटकर हमसे वूसली की जा रही है। रेहड़ी संचालकों का कहना है कि हम सब्जी व फल बेचकर शाम तक 200 से 300 रूपये कमाते हैं। उसमें 40-50 रूपये नगर परिषद को देने के बाद परिवार के भरण पौषण में परेशानी होती है। कई बार तो फल व सब्जियां खराब हो जाने पर गौशाला में भेजना पड़ता है। ऐसे में परिवार का भरण पोषण करना मुश्किल हो रहा हैं। वहीं रेहड़ी संचालकों का कहना है कि बहरोड़ कस्बे में लगभग 2000 रेहड़ियां संचालित होती हैं। 40 रूपये के हिसाब से 80 हजार रूपये एक दिन का बनता है। वूसली कर्ताओं ने चार दिन में लगभग 3 लाख 20 हजार रूपये वसूल लिए हैं। सभापति सीताराम यादव का कहना है कि इसका कोई ठेका नहीं छोड़ा गया है। किसने पर्ची काटी है। इसकी जानकारी नहीं है। हमें पता लगा तो हमने मना करवा दिया कि कोई किसी को रूपया नहीं दें। वहीं कार्यवाहक आयुक्त धर्मपाल जाट का कहना है कि पहले से ही ठेका छूटा हुआ है। जो लगभग 5 लाख रूपये का है। फर्म का नाम ध्यान नहीं है। ये लोग नगर परिषद की जमीन काम में ले रहे हैं तो शुल्क जायज है। अगर निर्धारित शुल्क से ज्यादा ले रहे हैं तो दिखवा लेते हैं। रेहड़ी संचालकों के प़क्ष में आये पूर्व विधायक बलजीत यादव ने कहा कि रेहड़ी संचालकों के साथ अन्याय हो रहा है। अवैध वूसली करने वालों की जॉच हो और उनको सजा मिले ताकि न्याय मिले।
रिपोर्टर मुकेश कुमार