Taking the second wave of Corona, what did the head of the UP say, know the whole thing…
योगी ने कहा कि corona महामारी के खिलाफ देश के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में यूपी ने जो लड़ाई लड़ी है उसी का यह परिणाम है कि संक्रमण दर 16 प्रतिशत से अधिक से घट कर साढे़ तीन प्रतिशत पर पहुंच गई है.
UP के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर निशाना साधते हुये कहा कि Corona virus की दूसरी लहर की शुरूआत में कुछ लोगों ने जनता और स्वास्थ्यकर्मियों का मनोबल बढ़ाने के बजाये भय का वातावरण पैदा करने की शरारतपूर्ण चेष्टा की और उसका परिणाम है कि अफरातफरी के हालात बने, हर व्यक्ति Oxygen, रेमडेसिविर के लिये दौड़ पड़ा और अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गयी.
आदित्यनाथ ने कहा कि ईश्वर की कृपा और सभी लोगों के सहयोग से स्थिति नियंत्रण में की गयी. मुख्यमंत्री ने सोमवार को मुजफ्फरनगर में Integrated Covid Control रूम’ का निरीक्षण करने के बाद यह कहा. उन्होंने कहा, ”CORONA वायरस की दूसरी लहर में संक्रमण बहुत तेजी से फैलने के कारण ऑक्सीजन, रेमडेसिविर की मांग अचानक बढ़ गयी, अचानक दवाओं की कीमत बढ़ने लगी, भय पैदा किया गया और जनता के बीच स्वाभाविक रूप से OXYGEN, रेमडेसिविर के लिये होड़ लग गयी.’योगी आदित्यनाथ ने कहा, ”जब जनता से संबंध बढ़ाना चाहिये था, मनोबल को बढ़ाना चाहिये था, अपने स्वास्थ्य कर्मियों के मनोबल को बढ़ाने की आवश्यकता थी उस समय कुछ लोगों ने जानबूझकर उनके मनोबल को गिराने, भय का वातावरण पैदा करने की शरारतपूर्ण चेष्टा की और उसका परिणाम है कि स्थिति अफरातफरी वाली बनी. एक समय अव्यवस्था की स्थिति पैदा हो गयी लेकिन ईश्वर की कृपा से, सभी लोगों के सहयोग से स्थिति नियंत्रण में की गयी और आज स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है.”
आपको बता दे प्रदेश में अब तक साढ़े चार करोड़ नमूनों के परीक्षण किये जा चुके हैं, प्रदेश में अब तक डेढ़ करोड़ लोगों को टीका लगाया जा चुका है और 18 से 44 साल के लोगों को टीका लगाने का काम भी आरंभ किया जा चुका है. मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में ब्लैक फंगस के मामले सामने आ रहे हैं और इसके मरीजों के उपचार की व्यवस्था हर जनपद में हो सके इसके लिए राज्य सरकार पूरी तत्परता से कार्य कर रही है.
इस बीच प्रदेश के सहारनपुर में योगी ने कहा कि CORONA महामारी के खिलाफ देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में उतर प्रदेश ने जो लड़ाई लड़ी है उसी का यह परिणाम है कि संक्रमण दर 16 प्रतिशत से अधिक से घट कर साढे़ तीन प्रतिशत पर पहुंच गई है.