सहसवान।प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में कुछ शिक्षक शिक्षिकाओं द्वारा बच्चों की शिक्षा एवं सुरक्षा पर ध्यान कम अपने व्हाट्स एप, इंस्टाग्राम पर ध्यान ज्यादा है और ये सब कहीं और नहीं बल्कि खण्ड शिक्षा अधिकारी सहसवान की नाक के नीचे चल रहा है, अफसोस की बात तो यह है कि जहां खण्ड शिक्षा अधिकारी सहसवान मनोज राम का कार्यालय है वहीं संविलियन विधालय है। यहां तैनात शिक्षिकाओं को भी नहीं जानते हैं खण्ड शिक्षा अधिकारी सहसवान पर आरोप है कि जैसा इनका नाम है मनोज राम वैसा इनका काम नहीं है।

दरअसल मामला जनपद बदायूं के विकास क्षेत्र सहसवान के गांव कोल्हाई से संबंधित है ग्राम कोल्हाई में संविलियन विधालय है और इसी विद्यालय में बीआरसी केन्द्र अथवा खण्ड शिक्षा अधिकारी सहसवान मनोज राम का कार्यालय है, इसी विद्यालय में तैनात हैं जो विद्यालय को संभाले हुए हैं। इन पर अभिभावकों के आरोप हैं कि वह मिड डे मील में गड़बड़ी की जा रही हैं। सही मानक एवं समय से बच्चों को भोजन नहीं मिल रहा है ।जब से इन्होंने कार्यभार संभाला है तब से विद्यालय में बच्चों को दूध नहीं दिया गया है ।बच्चों खराब खाना दिया जा रहा है ।कई कई बार कई बच्चों को खाना तक नहीं मिल पाता है।

इसी से नाराज अभिभावक सत्येन्द्र सिंह ने मिड डे मील सहित अन्य समस्याओं को लेकर मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी जिसकी जांच में खण्ड शिक्षा अधिकारी सहसवान मनोज राम ने अभिभावक सत्येन्द्र सिंह को १३ मई २०२४ समय लगभग दिन के ०१:५० बजे फोन कर कार्यालय में बुलाया आरोप है कि मनोज राम ने अभिभावक सत्येन्द्र सिंह से अभद्र व्यवहार किया आरोप यह भी है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी ने विद्यालय से बच्चों के नाम काट देने की धमकी देते हुए कहा कि मैं देखता हूं पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा कर क्या उखाड़ लेंगे।

अभिभावक ने खण्ड शिक्षा अधिकारी मनोज राम के इस अभद्र व्यवहार की शिकायत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बदायूं से की है, विद्यालयों में व्यवस्था सुधारने का प्रयास न कर अभिभावक के साथ अभद्र व्यवहार कर उसे धमकाने का मामला निंदनीय है। ऐसे कैसे होगा शिक्षा है। अनमोल रत्न पढ़ने का सब करो जतन का नारा पूर्ण शायद यही वजह है कि सरकारी स्कूलों में बच्चों की संख्या कम है।