शेखुपर। दिनांक 12.05.2024 को शेखूपुर स्थित शिखर इन्स्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग में ’’अन्तर्राष्ट्रीय नर्स दिवस’’ मनाया गया।जिसमें संस्थान नें नर्सिंग के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य करने के लिए जिला चिकित्सालय, बदायूँ की मैट्रन लक्ष्मी अग्निहोत्री, सिस्टर रीता सरन, सिस्टर वंदना मौर्य तथा शिखर इंस्टीट्यूट की प्रधानाचार्या सारिका सिंह को कार्यक्रम की मुख्य अतिथि

वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर ओमवती तथा शिखर इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष डॉक्टर राजेश कुमार वर्मा द्वारा स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम की शरुआत अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन, फ्लोरेंस नाइटिंगेल के चित्र पर पुष्प अर्पण तथा संस्थान की नर्सिंग छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना से की गई जिसके बाद छात्राओं द्वारा नर्सिंग की प्रणेता “लेडी विथ द लैम्प” के टाइटल से सम्मानित नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल की जीवनी के साथ ही उनके महान सामाजिक कार्यों एवं रोगियों के प्रति सेवाभाव पर प्रकाश डाला गया। इस मौके पर छात्राओं ने विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किये ।


संस्थान की नर्सिंग फैकल्टी एवं छात्राओं द्वारा सभी अतिथियों का माल्यार्पण एवं प्रतीक चिन्ह देकर स्वागत किया गया।
छात्राओं द्वारा इस अवसर पर मनमोहक रंगोली तथा पेंटिंग्स बनाई गईं जिनकी अतिथियों ने भरपूर प्रशंसा की। संस्थान के अध्यक्ष डॉ0 राजेश कुमार वर्मा ने अध्ययनरत् छात्राओं को बताया कि आप उस समुदाय से सम्बन्ध रखते हैं ।जहां आपके कर्म आपकी बातों से कही ज्यादा ऊँचे हैं, क्योंकि आप लोग वो कार्य करते हैं जो सही मायने में मानवता की परिभाषा है। हम लोग आज ऐसी एक नर्स के जन्मदिन के अवसर पर विश्व नर्सेस डे मनाने को एकत्रित हुए है जिन्होंने एक मां के

फर्ज के साथ-साथ मरीजों की सेवा रूपी मानवता के धर्म को चुना, उन्होंने अपनी जगह पर आने वाले मरीजों के इलाज के साथ मरीजों की सेवा उनके स्थान पर जाकर उनकी मरहम पट्टी से लेकर उनका इलाज किया सही मायने में उन्होने सिर्फ नर्स का कार्य ही नहीं बल्कि एक समाज सुधारक का भी कार्य किया।
शिखर इन्स्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग की प्रधानाचार्या सारिका सिंह ने कहा कि बीमारों की तीमारदारी में लगी नर्स को सिस्टर भी कहा जाता है क्योंकि वो इतनी आत्मीयता से मरीज की देखभाल करती है कि मरीज नर्सें को “सिस्टर”

कहकर उनका सम्मान करते हैं। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉक्टर ओमवती ने कहा कि नर्सेज एक डॉक्टर की टीम का अहम हिस्सा होती हैं और चिकित्सकों के कार्य को सफल बनाने में नर्सेज का महवपूर्ण योगदान होता है।
कार्यक्रम का संचालन नर्सिंग अध्यापिका सुवी भास्कर द्वारा किया गया। नर्सिंग अध्यापिका ज्योति सिंह द्वारा सभी अतिथियों, बोर्ड मेंबर्स तथा कार्यक्रम सहयोगियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर दयाराम राजपूत, राजीव सिंह, नवनीत ठक्कर, नवनीत शर्मा, गुंजन तिवारी एवं दिनेश कुमार के साथ अन्य समस्त स्टॉफ उपस्थित रहा।