बदायूँ । जिला महिला अस्पताल में गर्मी से मरीज बेहाल हैं। ऐसे में अगर परिवार की किसी गर्भवती महिला को प्रसव के लिए जिला महिला अस्पताल लेकर आना हैतो पंखा साथ में लाना न भूले। क्योंकि बिजली चले जाने के बाद यहां जनरेटर नही चलता है। वजह वार्डों में लगे एसी लंबे समय से खराब तो पडे़ हैं, बजट के चलते सही नही हो पा रहे है उस पर धूल जम रही है। या एसी अक्सर
खराब रहते है ।यहीं नहीं वार्ड में लगे पंखे भी खराब हो जाते है। प्रसूता और नवजात शिशु उमस से बेहाल हैं,
जिला महिला अस्पताल में प्रसूताओं को बेहतर चिकित्सकीय सुविधाओं का लाभ नही मिल पा रहा है। चिकित्सकीय सुविधाओं के अभाव की वजह से प्रसुताएं निजी अस्पतालों में डिलीवरी करवाना उचित समझ रही हैं जबकि स्थिति यह है कि वार्डों में भर्ती गर्भवती महिलाओं और प्रसूताओं को तमात दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लगभग तीन माह से पीएनसी वार्ड का आरो खराब चल रहा है जबकि तीमारदार गर्मी की बजह पानी को तरस रहे। उसके लिए ग्राउंड फ्लोर आना पड़ता है। अस्पताल में दूसरी मंजिल पर प्रसूताओं को भर्ती कराने के लिए लेबर रूम,सर्जिकल वार्ड, तीसरी मंजिल
पर पीएनसी वार्ड और दूसरी मंजिल एसएनसीयू वार्ड स्थापित कराया गया है और सुविधाओं का दावा किया जा रहा था, लेकिन तेज धूप और उमस भरी गर्मी ने ऐसी पोल खोली कि जब बिजली चली जाती है तो प्रसूताओं को राहत पहुंचाने के लिए तीमारदार घरों से पंखा लाकर वार्ड में हवा करते हैं। वजह पीएनसी वार्ड में लगे एसी खराब है। वही प्रसूता कक्ष में भर्ती प्रसूता और नवजात को गर्मी और उमस से बचाने के लिए तीमारदार घरों से हाथ वाला पंखा लाकर हवा कर रहे। इस संबंध में जिला महिला अस्पताल के सीएमएस डाॅ. इंदुकांत वर्मा से फोन से संपर्क किया तो हो नही सका।