बदायूँ । शासन ने झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दे रखे हैं। वहीं पर इनकी तगड़ी साठगांठ पर अफसर लाचार दिख रहे हैं। स्थिति यह है कि सीएमओ दफ्तर तक झोलाछापों ने सेंध लगा दी है।
जिला स्तरीय झोलाछाप एवं पंजीकरण सेल के अधिकारी के साथ-साथ सीएचसी पीएचसी क्षेत्र में चिकित्सा अधीक्षकों के लिए झोलाछापों पर कार्रवाई करने के लिए सीएमओ के द्वारा अनुमति दी गई है। मगर चिकित्सा अधीक्षक झोलाछापों पर कार्रवाई करने में नाकाम साबित हो रहे हैं। चिकित्सा अधीक्षक की मेहरबानी की वजह से गांव देहात में झोलाछाप डॉक्टरों का धंधा खूब फल फूल रहा हैं। सीएचसी पर तैनात फोर्थ क्लास कर्मचारी और बाबू झोलाछापों से महीनेदारी ले रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग में भ्रष्टाचार का प्रमाण सबके सामने आ गया। झोलाछाप सेंटरों पर छापेमारी के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। टीम एक-एक बार में झोलाछापों से हजारों रुपये की वसूली करती है। नहीं देने पर संचालक पर प्राथमिकी और सेंटर को सील करने की धमकी भी दी जाती है। सूत्रों की मानें तो कुछ समय पूर्व बिसौली सीएचसी क्षेत्र में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया। छापेमारी के लिए पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम पर संचालक और गांव वालों ने जमकर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि हर बार आते हैं और हजारों रुपये लेकर चले जाते हैं।
इस संबंध में सीएमओ डॉ अब्दुल सलाम फोन लगाया तो संपर्क नहीं हो पाया।