सम्भल। यूँ तो हर महीना अल्लाह तबारको वतआला का है लेकिन रमज़ान के महीने की अहमियत अपने आप मे खासा महत्व रखती है। इस महीने की इबादत का अजर भी अल्लाह पाक अपने हाथों से अता करता है ओर यही वह महीना हैँ। जिसमे कुराने पाक नाज़िल
हुआ। रमज़ान मे नमाज़ी तरावीह के दौरान कुरान पाक बड़ी मोहब्बत के साथ सुनते है। नगर के दीपा सराय ठंडी कोठी स्थित मस्जिद हाजी बुधा वाली मे हाफ़िज़ अर्श अहमद जो की मौहम्मद अहमद नौशाही के पुत्र हैँ उन्होंने बेहद खूबसूरत अंदाज़ मे कुराने पाक सुनाया।
नमाज़ियों ने तरावीह मे कुरान पाक को बड़ी मोहब्बत व सुकून के साथ सुना। नमाज़ियों ओर इंतेज़ामियां कमेटी ने हाफ़िज़ अर्श अहमद को कुरान पाक मुकम्मल करने पर गले मिलकर मुबारकबाद पेश की। इस मौक़े पर नातो मनकबत की महफिल सजाई गई। फूल मालाआंे से हाफिज़ अर्श का इस्तकबाल किया गया। इमाम
हज़रत मौलाना वसी अशरफ ने कुराने पाक की फज़ीलत बयान की ओर कुराने पाक की तालीम हासिल करने पर ज़ोर दिया। इस मौक़े पर कारी तंज़ीम अशरफ, ख़्वाजा कलीम अशरफ, मुफ़्ती आसिफ, मुफ़्ती मोहम्मद अहमद, मुफ़्ती शमशाद, मौलाना तालिब, मौलाना ज़की अत्तारी, मुत्वल्ली जावेद अनवर, हाजी इकराम, मोहम्मद
अहमद नौशाही, मेहरान नौशाही, आसिफ नोशाही, हाफ़िज़ मन्नान, डॉक्टर रजी अनवर, हज़रत फैसल, मोहम्मद शमी, जुनैद, बबलू, हाफ़िज़ फेज़, नाज़िम राजशाही, फिरोज़ एडवोकेट, हाफ़िज़ फारूक समेत तमाम क़ादरी नौशाही टीम के लोग शामिल रहे। वहीं मस्जिद को साज सज्जा के साथ जगमगाती लाईटो ओर फूलो से सजाया गया।
सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट