बदायूँ । भारतीय किसान यूनियन टिकैत के मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा केंद्र सरकार हटधर्मी अहंकारी घोर किसान विरोधी किसानों के आंदोलन पर कोई भी निर्णय नहीं ले सकी आचार संहिता लागू होने से पहले तक अब किसानों के लिए इस सरकार के लिए सबक सिखाने के लिए बदलना ही पड़ेगा। मंडल प्रवक्ता राजेश कुमार सक्सेना ने कहा किसानों को अपनी मांगों पर ध्यान देना होगा जो लड़ाई किसान संगठन लड़ रहे हैं यह लड़ाई उनके जीवन यापन करने के लिए तरक्की के लिए लड़ी जा रही है देश का धन लूटा जा रहा है राजनीतिक दल सिर्फ चुनाव को तिजारत समझकर चुनाव लड़ते हैं बदायूं की लोकसभा सीट पर उन्होंने कहा बदायूं का दुर्भाग्य सन 84 से कांग्रेस पार्टी ने आयात किया हुआ नेता के लिए एमपी बनाकर बाहरी नेताओं के लिए एक अच्छा खासा क्षेत्र दे दिया है सन 84 से लेकर 2024 तक यहां बाहरी नेता आयात किए हुए आते हैं इन नेताओं ने इकलौती दि किसान सहकारी चीनी शेखूपुर का ऊंची कारण नहीं होने दिया चाहे किसी की भी सरकार रही हो किसान की खुशहाली के लिए शेखपुर चीनी मिल का क्षमता वृद्धि होनी चाहिए आखिर इस मुद्दे के लिए किसान इन नेताओं से क्यों नहीं पूछता उन्होंने कहा चुनावी समर में नेताओं से सवाल जवाब करने पड़ेंगे। उन्होंने कहा हम किसी भी राजनीतिक दल के लिए पसंद नहीं करते क्योंकि इस समय नेता सिर्फ वोटो के लिए बात कर रहे हैं। किसानों की समस्याओं से उनका कोई सरोकार नहीं है ।बाहरी नेताओं का विरोध करना जरूरी है आखिर कब तक बाहरी नेताओं के सहारे बदायूं के लिए हवाले किया जाता रहेगा उन्होंने कहा किसानों को सिर्फ अपना संगठन मजबूती के साथ खड़ा करना पड़ेगा उसकी लड़ाई कोई लड़ने वाला नहीं है। हमें अपनी लड़ाई खुद लड़नी पड़ेगी 17 मार्च सिरसौली किसानों की राजधानी में होगी जिसमें देश भर के किसानों के लिए रणनीति तैयार की जा रही है इसका जैसा ही फरमान मिलेगा हम तैयार हैं ।