उझानी : अखिल विश्व गायत्री परिवार के तत्वावधान में श्री कृष्णा कालोनी स्थित सुरेंद्र पाल सिंह के निवास पर पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ एवं प्रज्ञा पुराण कथा के दूसरे दिन आत्मीय परिजनों ने लोक कल्याणार्थ गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां यज्ञ भगवान को समर्पित कीं।
टोली नायक लीलाधर शर्मा ने कहा कि मनुष्य श्रेष्ठ संस्कारों से अपने भाग्य को सौभाग्य में बदल सकता है।

प पवित्र भावनाओं से हर कार्य संभव हैं। उन्होंने कहा प्रखर विचारधाराएं आंधी की तरह होती हैं, जो देशव्यापी गणित बुराइयों, दुर्बलताओं और कुरीतियों को उखाड़ फेंकने के साथ सभ्य समाज का निर्माण करती हैं। पांच कुंडीय गायत्री महायज्ञ में आर्येंद्र सिंह, धीरेंद्र सिंह, सुरेंद्र पाल सिंह सपत्नीक मुख्य यजमान के रूप में रहे।
विश्व कल्याण और सूक्ष्म जगत के परिशोधन के लिए

गायत्री परिजनों ने यज्ञ भगवान को गायत्री मंत्र और महामृत्युंजय मंत्र की विशेष आहुतियां समर्पित कीं।
देवकन्याओं और मातृशक्तियों ने मां गायत्री, युगऋषि वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य और वंदनीया माता भगवती देवी शर्मा का पूजन किया। जिला समंवयक नरेंद्र पाल शर्मा वयोवृद्ध रामभरोसे लाल माहेश्वरी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर‌ रामेश्वरपाल, जगवती, पुष्पा देवी, पुष्पेंद्र पाल, अनिरुद्ध पाल,


गेंदनलाल पाल, राजेंद्र पाल, अनवीर पाल, मोहर सिंह पाल, डा. रवि डा.ओमवीर, सौरभ चौहान, महिपाल सिंह, रामेश्वर दयाल, मोरपाल, अनवीर सिंह, हजारी लाल, साधना सोलंकी, उषा गोस्वामी, रानी अग्रवाल‌ आदि मौजूद रहे।

रिपोर्टर निर्दोष शर्मा