सम्भल।हयातनगर थाना क्षेत्र सराय तरीन मोहल्ला नवाब खेल में आवारा कुत्तों के झुंड ने हमला कर के बच्चे की लेली जान।बच्चे कब कहां चले जाए कहा नही जा सकता। किसी को क्या पता था कि बच्चों के साथ खेलता हुआ वो खेतों की ओर निकल जायेगा। उन खेतो की ओर जहां नरभक्षी हो चुके कुत्ते हर वक्त नए शिकार की तलाश में रहते हैं। अकेला देखकर कुत्ते बड़े आदमियों को भी खदेड़ देते हैं। क्या इन कुत्तों को पकड़ कर बाहर छोड़ने के लिए प्रशासन की ओर से जतन नहीं करना चाहिए। बच्चे की मौत पर शायद हर नम आंख यही सवाल कर रही है। जिस मां का मासूम इस दुनिया से रुखसत कर गया वो बार बार मेरा लाल मेरा लाल कहकर बेहोश हो जाती है। आस पास खड़े लोगों के मुंह से सिसकियों की आवाज माहौल को गमजूदा कर देती है।


खैर मां का लाल तो इस दुनिया से चला गया। लोगों को अपने बच्चों की फिक्र सताने लगी है। उन्हें डर है कि नरभक्षी हो चुके कुत्तों की ज़बान को अब इंसानी खून लग चुका है। खूंखार हो चुके कुत्ते आगे भी बच्चों या बड़ों को अकेला देखकर हमला कर सकते हैं। इसलिए आसपास के ग्रामवासी और नवावखेल के निवासी चाहते हैं कि अब संबंधित विभाग को हरकत में आना चाहिए और इन खूंखार हो चुके कुत्तों को पकड़ना चाहिए।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट