बदायूँ । भारतीय किसान यूनियन असली अराजनैतिक ने संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर रेल
रोको का आयोजन रेलवे स्टेशन बदायूँ पर 11:00 बजे से रखा था। जिले के किसान बिना गमछा और बिना टोपी पहने रेलवे स्टेशन पहुंच गए कई पदाधिकारी को पुलिस ने नजर बंद कर दिया था। इसका संचालन सूरजपाल सिंह जिला सचिव और प्रताप सिंह ब्लॉक अध्यक्ष ने किया पुलिस ने प्लेटफार्म पर किसी कार्यकर्ता को नहीं जाने दिया और रेलवे स्टेशन पर पीएसी तैनात कर दी तीन-चार थानों की पुलिस को मंगाकर छावनी में तब्दील कर दिया। जब वहां कार्यकर्ता पहुंचे और पुलिस वालों ने बातचीत की तो उन्होंने सभी कार्यकर्ताओं को एक साथ इकट्ठा कर लिया और सभी कार्यकर्ताओं को मालवीय आवास बदायूं पर पहुंचने को कहा सभी कार्यकर्ता वहां पर खड़े होकर एक फोटो लेना चाह रहे थे लेकिन बीजेपी पार्टी के दबाव के कारण प्रशासनिक अधिकारियों ने फोटो लेने नहीं दिया बदायूँ रेलवे स्टेशन का फोटो पेपर में निकल जाने सेअधिकारियों की छवि खराब हो रही थी। जिसकी वजह से उन्होंने किसान पदाधिकारी को फोटो लेना भी उचित नहीं समझा और मालवी आवाज भेज दिया किसान यूनियन असली अराजनैतिक के जिला अध्यक्ष के पी एस राठौर को पुलिस ने सुबह 4:00 बजे ही नजर बंद कर दिया रेलवे स्टेशन जाने को कहा पुलिस ने जाने नहीं दिया बाद में सभी कार्यकर्ता मालवीय आवास पर पहुंच गए उसके बाद पुलिस प्रशासन जिला अध्यक्ष को अपनी गाड़ी पर बिठाकर मालवीय आवास लेकर आ गए वहीं पर उन्होंने पंचायत की और ज्ञापन नायब तहसीलदार साहब को सौपा जिला अध्यक्ष ने कहा की अधिकारी दिखदिखाते लोकतंत्र की हत्या कर रहे है। जनता अपने हकों की लड़ाई शालीनतापूर्वक प्रदर्शन करके लड़ रही थी लेकिन प्रशासन सत्ता के दबाव में आकर उनके हकों को कुचल रहे हैंकिसानों को जेल भेजने की धमकी दे रहे हैं ।यह गलत है सरकारे आती है सरकारे जाती हैं लेकिन प्रशासन को इतना घमंडी नहीं होना चाहिए कि जनता पर गलत प्रेशर डालकर अपने हकों की लड़ाई न लड़ सके।
धरने में निम्नलिखित पदाधिकारी सामिल रहे
सूरज पाल सिंह प्रताप सिंह हरि सिंह पटेल हरबंस सिंह द्वारकी सिंह मोहम्मद मोइन वीरूभाई कुसुम लता कमला देवी उषा रानी बोबी सुनीता यादव पूनम गुप्ता रूपा यादव आदि।