वैसे तो मदिरा सेवन करने वालों के लिए एक खुशखबरी है। कल दिनांक 12-05-2021 को से मदिरा की दुकानें 10:00 से 01:00 बजे तक खुलेंगे।
लेकिन आम जनमानस का सरकार से एक सवाल है की जीवन के लिए खाद्य सामग्री अति आवश्यक है या मदिरा का सेवन, खाद्य सामग्री की दुकानें जबरदस्ती प्रशासन सुबह 9:00 बजे के बाद बंद करा देता है। जबकि खाद्य सामग्री के खुलने का समय 11:00 बजे तक है लेकिन प्रशासन दुकानदारों को जबरदस्ती 9:00 बजे तक बंद करा देता है और दूसरी तरफ जिलाधिकारी का आदेश है कि मदिरा की दुकान 10:00 बजे से 1:00 बजे तक खोली जाएंगी। इससे ऐसा लगता है कि आम जनमानस के जीवन के लिए खाद्य सामग्री से जादा आवश्यक मदिरा का सेवन है। इसीलिए शासन ने खाद्य सामग्री की दुकानों को खोलने के लिए मात्र 2 घंटे का समय दिया है और मदिरा की दुकानों के लिए 4 घंटे का समय दिया है मानो जैसे मानव का मदिरा से ही जीवन चल रहा हो उसके बिना जीवन संभव न हो।
एक तरफ covid महामारी से बचने के उपायों में डॉक्टर्स ने सलाह दी है कि मदिरा पीने से फेफड़े खराब होते हैं उसका सेवन ना करें। अगर ऐसा ही है तो सरकार मदिरा की दुकानें covid रहने तक बंद क्यों नहीं करा देती। इंसान की जरूरत कि चीजों की दुकानों को उचित समय तक क्यों नहीं खोल देती। समझ नहीं आता कि डॉक्टर की माने या सरकार की। सरकार का ये फैसला कहीं ना कहीं उसके अपने स्वार्थ को दर्शाता है।
बंद करो बच्चो को ये पढ़ाना की मदिरा बुरी चीज है, उन्हें सिखाए की मदिरा अच्छी चीज है उसका सेवन हमारे जीवन के लिए अति आवश्यक है । आदेशों से तो ऐसा ही लगता है