मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाद अवैध अस्पताल संचालक को दिया नोटिस
बिसौली। सरकार स्वास्थ्य सेवा बेहतर करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। वहीं स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदार अफसरों की सांठगांठ से कस्बे में अवैध नर्सिंग होमों झोलाछापों की बाढ़ सी आ गई है। इस काम के लिए यह क्षेत्र पहले से सुर्खिंयों में है वहीं हर चौराहे पर बिना मानक, डिग्री के नर्सिंग होम अस्पताल,झोलाछाप क्लीनिक खोलकर भोली भाली जनता के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं। ऐसा नहीं है कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को जानकारी नहीं है।लेकिन,जानकारी होने के बाद भी जिम्मेदार अंज्ञान इसलिए बने हैं कि वहां से उन्हें मोटी कमाई हो रही है। इसी का नतीजा है कि आए दिन ऐसे अस्पतालों और झोलाछापों के उपचार से किसी न किसी की जान जा रही है। पूर्व के दिनों में अवैध नर्सिंग होम, झोलाछाप अप्रशिक्षत डॉक्टरों की वजह से कई महिला, पुरुष बच्चों को अपनी जान गवानी पड़ी थी।
बिसौली कस्बे में बिल्सी रोड़ गेंदन लाल धर्मशाला के पीछे मकान में बिना बोर्ड लगाकर अवैध अस्पताल संचालक जितेंद्र मौर्य और उनकी पत्नी बिना रजिस्ट्रेशन के 20 बेड का अवैध रूप से कई वर्षो अस्पताल संचालित कर रहे है ।जहां सिजेरियन से लेकर नॉर्मल डिलीवरी और गर्भपात सामान्य मरीजों का इलाज किया जाता हैं। जिसकी शिकायत मुख्यमंत्री पोर्टल पर की गई है। तो शिकायतकर्ता पर झूठे मुकदमे में फसाने का शिकायत निस्तारण करने का दवाब बनाया जा रहा है।
बिसौली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी के द्वारा अवैध अस्पताल संचालक को नोटिस देकर जवाब मांगा है।
सीएमओ बिना पंजीकरण नर्सिंग होमों पर अंकुश लगाने में हुए नाकाम साबित
सीएमओ बिना पंजीकरण नर्सिंग होम और अवैध अस्पताल संचालकों पर अंकुश लगाने में नाकाम साबित हों रहे है।
इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारियों से बात की जाती है तो अस्पतालों को नोटिस जारी करने की बात कहकर पल्ला झाड़ लिया जाता हैं।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की रहमदिली के चलते अवैध नर्सिंग होम संचालित रहते हैं। कस्बे में अवैध नर्सिंग होम का जाल बिछा है। अधिकांश नर्सिंग होम में कोई प्रशिक्षित चिकित्सक तक नहीं है। नर्सिंग होम पर फर्जी डाक्टरों का पैनल बनाकर बोर्ड लगा दिया जाता है। कई नर्सिंग होम ऐसे है जहां पर कोई बोर्ड नही लगा है। एक मकान में नर्सिंग होम संचालित हो रहा है और गरीब जनता को लूट रहा है। ऐसे नर्सिंग होम में इलाज के चक्कर में फंसकर आए दिन लोगों की जान जा रही है। जबकि कुछ दिन पूर्व ,जच्चा-बच्चा की मौत के बाद सृष्टि हेल्थ केयर सेंटर फैजगंज बेहटा पर कार्रवाई के बाद भी मामला सुर्खिंयों में रहा था।