अधिकारियों व नेताओं में बताते हैं रसूख
एसएसपी की तबादला एक्सप्रेस से रह गए वंचित
कुंवर गांव । रविवार को एसएसपी आलोक प्रियदर्शी ने तबादला एक्सप्रेस चलाते हुए 43 सिपाहियों के कार्यक्षेत्र बदल दिए हैं।लेकिन उनकी नजर कुंवर गांव थाने पर नही पड़ी या फिर सिपाहियों का रसूख कामयाब हो गया । तबादला एक्सप्रेस में एक सिपाही व एक दरोगा के अलावा अन्य किसी सिपाही को शामिल नहीं किया गया जबकि तीन चार सिपाही जिनकी तैनाती कुंवर गांव थाने में तीन से चार वर्ष हो गई है। उनको नहीं हटाया गया सिपाहियों ने क्षेत्र के अपराधिक प्रवृत्ति के लोगों से अच्छी सांठगांठ कर ली है। जिनसे मिलकर उल्टे-सीधे कामों को अंजाम दिया जा रहा है। जुआरी , सटोरियों ,खनन माफियाओं,लकड़ी माफियाओं से सिपाही अच्छी सांठगांठ रखते हैं। जिनके साथ मिलकर उल्टे-सीधे कार्य किए जा रहे सिपाहियों से क्षेत्र की जनता भी बहुत परेशान हैं। चोरियां रुकने का नाम नहीं ले रही है। सिपाहियों का एक ही थाने में लम्बे समय से जमा रहना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है । सिपाहियों पर तमाम तरह के आरोप लग चुके हैं। एक सिपाही पर महिला को भगाने का आरोप का मामला कई दिनों तक चर्चाओं में रहा था । लेकिन सिपाही रसूख के चलते बच गया। सिपाही अधिकारियों व नेताओं में अपना रसूख होना बताते हैं। जिसकी क्षेत्र में व्यापक चर्चा है।
कुंवर गांव थाने में लम्बे से जमे हुए सिपाहियों का नाम तबादला एक्सप्रेस में न होने पर क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है।