आए दिन कद्दावर नेताओं के इस्तीफे को लेकर समाजवादी पार्टी में मचा घमासान

सहसवान। बता दें जनता के दिलों पर राज करने वाले राष्ट्रीय सचिव योगेंद्र तोमर ने समाजवादी के मुखिया अखिलेश यादव, को राष्ट्रीय सचिव के पद से इस्तीफा सौंप दिया। तब इसकी जानकारी समाजवादी पार्टी के अन्य पद अधिकारियों को पता चला तो पार्टी में घमासान मच गया बता दें। ठाकुर योगेंद्र सिंह तोमर ने कहा यह

समाजवादी पार्टी वादें पर आज तक खरी नहीं उतरी उन्होंने कहा पूर्व केंद्रीय मंत्री सलीम इकबाल शेरवानी, सहाव के साथ ही मैंने समाजवादी के लिए ज्वाइन किया था और पूरी निष्ठा कर्मठता व समर्पण के साथ पार्टी की सेवा करता रहा। और वर्तमान में सपा का राष्ट्रीय सचिव के पद का दायित्व निर्वहन कर रहा हूँ । आप जानते ही होंगे की शेरवानी जी एक ओर जहां देश के अल्पसंख्यक समाज के लोकप्रिय है। वहीं दूसरी ओर वो अपनी सेकुलर छवि की बदौलत समान वर्ग की जातियां विशेष तौर पर ठाकुरों, एवं ब्राह्मणों, तथा पिछड़े वर्ग के मध्य भी उन्होंने अपनी स्वीकारता दर्ज की है।एवं यही कारण है। कि वह सपा की मजबूती में अपना अहम योगदान करते रहे हैं। आपको स्मरण होगा कि आप कई बार शेरवानी जी को इस वर्ष राज्यसभा में भेजने का आश्वासन देते रहे। आगामी लोकसभा चुनाव में बदायूं लोकसभा सीट से अपने भाई धर्मेंद्र यादव को लड़ने की घोषणा भी शेरवानी के ऊपर दबाव देकर अपने सार्वजनिक तौर पर मंच से कराई थी।6 फरवरी 24 को भी अपने शेरवानी जी से मुलाकात में जन भावनाओं के मध्य नजर उन्हें राज्यसभा भेजने हेतु अपने पुनः अस्वस्थ किया था लेकिन अफसोस है। कि आपने राज्यसभा हेतु अन्य तीन लोगों के नाम की घोषणा कर शेरवानी जी के विश्वास को अपने ठेस पहुंचाई है। और जिस पार्टी के समर्पितनेताओं एवं कार्यकर्ताओं को भारी निराशा एवं हताशा हुई है।आपसे जानना चाहते हैं। कि आपके द्वारा राज्यसभा को भेजे जाने वाले आलोक रंजन,जया बच्चन, तथा उनकी बिरादरी का सपा की मजबूती में क्या योगदान

रहा है। उन्होंने कहा तीन बार मुख्यमंत्री रहे। आपके पिताजी मुलायम सिंह यादव की कथनी करनी में कभी अंतर है।एवं उनकी विश्वसनीयता रही यही कारण था कि वह स्वयं तो यूपी के तीन बार मुख्यमंत्री बने ही साथ ही आपको भी मुख्यमंत्री बनवाया अफसोस है। कि आप आदरणीय नेताजी की विशाल विरासत को अपनी कार्यशैली एवं करगुजारियों से खोते जा रहे हैं। आप इस तत्व को भी झुठला नहीं पाएंगे कि आज तक यूपी में कोई भी सरकार समान जातियां विशेष रूप से ठाकुर ब्राह्मण के सहयोग के बिना नहीं बनी लेकिन आपने तो पीडीए, की घोषणा कर सामान वर्ग की जातियों को सपा से अलग रखने का रास्ता ही दिखा दिया है।