उसावा। स्थानीय कस्बे में बीआरसी भवन पर चल रहे पांच दिवसीय समावेशी नोडल टीचर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिन समेकित शिक्षा योजना में प्रशिक्षक रजनीश कुमार पाठक ने द्रष्टि बाधित दिव्यांग बच्चो को पठन-पाठन की विभिन्न विधाओं एवं प्राप्त उपकरणों का प्रयोग आदि के माध्यम से शिक्षण कार्य करने के तरीके सिखाए। प्रशिक्षण में प्रशिक्षक श्री पाठक ने कहा आंखें ही व्यक्ति का अमूल्य अंग हैं ।इनके बिना सब बेकार है लेकिन ईश्वर जब ऐसे बच्चों को उनकी रोशनी बाधित करता है तो उसे और विशेष दिव्य शक्ति प्रदान करता है।

उन्होंने दृष्टि बाधित दिव्यांगता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में प्रशिक्षक ब्रजेश कुमार ने मानसिक दिव्यांगता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की । प्रशिक्षक ज्ञानेन्द्र पाल ने श्रवण बाधित दिव्यांगता के बारे में जानकारी दी साथ ही उन्होंने 21 प्रकार की दिव्यांगता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में नवनीत सत्यम मिश्रा, कुलदीप गंगवार ,रामसेवक वर्मा, एनके पाठक, जितेन्द्र पाल सिंह,अशोक कुमार सिंह, विनोद पाल, हेमेंद्र सिंह, तथा जीशान खां ने चर्चा में भाग लिया। अंत में राष्ट्र गान के साथ ही कार्य क्रम का समापन हुआ।

रिपोर्टर रामू सिंह