कादरचौक। क्षेत्र के गांव धनूपुरा और भोजपुरी यह दोनों गांव चोरी डकैती और शराब बनाने में बदनाम है यहां दोनों गांव में अक्सर पुलिस आती रहती है।
फिलहाल बंगाल पुलिस क्षेत्र में डेरा जमाए हुए है। थाना सिविल लाइंस के एसआई अमरेंद्र नाथ साह ने 3 दिन पहले थाना कादरचौक में आमद कर आई थी। उन्होंने बताया था कि पिछले महा मालदा के सराफा के यहां लाखों की डकैती हुई थी। पुलिस ने पांच बदमाशों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। पकड़े गए आरोपियों ने बदायूं के थाना कादरचौक के गांव धनूपुरा व भोजपुरी के भी कुछ लोगों के नाम बताए थे। पुलिस को घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज भी मिली थी। इसे साथ लेकर वहां की पुलिस ने गुरुवार को मोहम्मदगंज पुलिस चौकी की मदद से चौकी इंचार्ज बारिश की मदद से और थाना कादरचौक की पुलिस से धनूपुरा भोजपुर गांव में दविश दी। लेकिन कोई आरोपी हाथ नहीं लगा। पुलिस अभी क्षेत्र में डेरा जमाए हैं और लोगों से आरोपियों के बारे में जानकारी जुटा रही है। यहां के बदमाश बड़े ज्वेलरी शोरूम में डकैती डालने के कुख्यात हैं। यहां के बदमाश राजस्थान से कई साल पहले धनूपुरा भोजपुरी में आकर बस गए थे। यहां सस्ते में जमीन खरीद कर उन्होंने मकान बना लिए। गांव में कच्ची शराब तोड़कर बेचना और बाहर जाकर डकैती की घटनाओं को अंजाम देना ही इन लोगों का व्यवसाय है। यहां से टोली के रूप में यह लोग बिहार, पश्चिम बंगाल समेत अन्य प्रदेशों में जाते हैं और महिलाओं को संग ले जाते हैं। वहां जाकर किराए पर मकान लेते हैं। यह लोग वहां रहकर छोटे-मोटे काम धंधे करके मीना ज्वेलरी के बड़े शोरूमों की रेकी करते हैं। इसके बाद वारदात को अंजाम देकर निकल आते हैं। पिछले महीना में बिहार, बंगाल में इस गांव के दो दर्जन से अधिक बदमाश पकड़े गए हैं। पिछले सप्ताह हाथरस में भी धनूपुरा के तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। अभी तक पुलिस मोहम्मदगंज चौकी पर डेरा जमाए हुए हैं।
रिपोर्टर शिव प्रताप सिंह