आस्ताना पर अमन शांति को हुई कुल शरीफ मे दुआ, पेश की अकीदतमन्दों ने चादर

सम्भल । मुफ़्ती हज़रत मोईनुद्दीन अशरफी रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स मुबारक व जलसा-ए-दस्तारबंदी का कार्यक्रम हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया। जिसमे बड़ी संख्या मे अकीदतमन्दों ने शिरकत की।


अराकीने कमेटी हुसैनियां अंसारिया के तत्वावधान मे नगर के अल्लनपुरा फतेहउल्ला सराय स्थित मशहूर आलीमेदीन हज़रत मुफ्ती मौलाना मौहम्मद सूफी मोईनुद्दीन अशरफी रहमतुल्ला अलेह का सालाना उर्स

उत्साह के साथ मनाया गया। इस मौके पर मदरसे से तालिम मुकम्मल करने वाले तुलबा की दस्तारबंदी की गई। जलसे के बाद सुबह उर्स की महफिल सजाई गई। दस्तारे उर्स जलसे मे बड़ी तादात मे अकीदतमन्दों ने शिरकत की। नात ख्वानी, ज़िक्र व मनकबत आदि

कार्यक्रम हुए। दोपहर के समय सलातो सलाम व अमन शांति की दुआ के साथ कुल शरीफ हुआ ओर उर्स का समापन हो गया। बाद कुल शरीफ लंगर हुआ ओर आस्ताने पर चादर पोशी की गई। इसके बाद महफिले समा हुई। कव्वालो ने सूफियाना कलाम पेश कर सबको

झूमने पर मजबूर कर दिया। इस मौके पर मेहमाने खुसूसी हज़रत सय्यद खालिद अनवर रहे। अध्यक्षता मौलाना बहाउद्दीन अशरफी निज़ामत कमरूद्दीन कोटा ने की। इस मौक़े पर सय्यद वाकिफ मियां, मुफ़्ती अमान उल्लाह, मौलाना अहमद जान, क़ारी निजामुद्दीन, मुफ़्ती

रिज़वान मौलाना खुर्शीद, मौलाना ज़ाकिर, मौलाना अब्दुल सलाम, कारी शुऐब, हाजी मेहंदी, हाजी ज़ाकिर, मेंबर इब्राहिम, अरशद हुसैन, सिंकदर, शानू मुजीबुरर्हमान, कबीर अहमद आदि मौजूद रहे।

सम्भल से खलील मलिक कि ख़ास रिपोर्ट