उसावां। स्थानीय कस्बे में बीआरसी भवन पर समावेशी नोडल टीचर्स प्रशिक्षण कार्यक्रम के दूसरे दिन समेकित शिक्षा योजना के जिला समन्वयक जितेन्द्र सिंह ने द्रष्टि बाधित दिव्यांग बच्चों को किस तरह पढ़ाया जाए , इसमें ट्रेलर फ्रेम और अवेकरन आदि के माध्यम से शिक्षण कार्य करने के तरीके सिखाए। प्रशिक्षण में शामिल प्रशिक्षक रजनीश कुमार पाठक ने कहा आंखें ही व्यक्ति का अमूल्य अंग हैं इनके बिना सब अंधेरा हो जाता है लेकिन ईश्वर जब ऐसे बच्चों को उनकी रोशनी बाधित
करता है तो उसे और विशेष दिव्य शक्ति प्रदान करता है हमारे शिक्षक भाइयों को उस ईश्वरीय शक्ति को निखारने का कार्य करना है। उन्होंने जिला समन्वयक जी को प्रशिक्षण की सम्पूर्ण जानकारी दी जिस पर समन्वयक जी ने प्रशिक्षण की सराहना की। कार्यक्रम में प्रशिक्षक ब्रजेश कुमार एवं ज्ञानेन्द्र पाल ने 21 प्रकार की दिव्यांगता के विभिन्न पहलुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। कार्यक्रम में रामसेवक वर्मा, एनके पाठक, अशोक कुमार सिंह, विनोद पाल, हेमेंद्र सिंह, तथा जीशान खां ने चर्चा में भाग लिया।
रिपोर्टर रामू सिंह